जालंधर : बहुजन समाज पार्टी ने जालंधर से उम्मीदवार घोषित किया है। एडवोकेट बलविंदर कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है। बीते संसदीय चुनाव में दो लाख से ज्यादा वोट बटोर कर प्रमुख राजनीतिक दलों को हैरान कर देने वाले एडवोकेट बलविंदर कुमार एक बार फिर से मैदान में है। बसपा हाईकमान ने लगातार चौथी बार एडवोकेट बलविंदर कुमार में विश्वास जताया है। इससे पहले वह बसपा की टिकट पर दो बार विधानसभा और एक बार संसदीय चुनाव लड़ चुके हैं।
बसपा पंजाब के महासचिव पद पर कार्य कर रहे हैं बलविंदर : मौजूदा समय में वह बसपा पंजाब के महासचिव पद पर कार्य कर रहे हैं। जब एडवोकेट बलविंदर कुमार 2017 में करतारपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार के रूप में राजनीतिक क्षेत्र में उतरे, तो उन्हें नौसिखिया करार दिया गया और तब उन्हें लगभग 5,208 वोट मिले। तब कोई सोच भी नहीं सकता था कि वह मात्र दो वर्ष बाद 2019 में अपनी पार्टी के लिए अप्रत्याशित संख्या में 2,04,783 वोट और जालंधर में 20.1 प्रतिशत का सर्वकालिक उच्च वोट शेयर हासिल कर इतिहास रच देंगे।
2019 में बनाया था रिकॉर्ड : गैर राजनीतिक पृष्ठभूमि से निकले एडवोकेट बलविंदर कुमार ने 2019 के लोकसभा चुनाव में वोट लेकर बसपा का नया रिकॉर्ड तो बनाया ही, साथ ही में जालंधर के कम से कम पांच विधानसभा हलकों के तत्कालीन विधायकों की नींद भी उड़ा दी थी और उन्हें झटका देते हुए उनके हलकों में अपनी जबरदस्त उपस्थिति दर्ज करवाई। सबसे ज्यादा झटका आदमपुर विधानसभा हलके में शिअद के तत्कालीन विधायक पवन कुमार टीनू को लगा था, जहां बलविंदर ने सर्वाधिक 39472 वोट लिए थे। इस हलके में बसपा ने पिछले विस चुनाव के 5405 वोटों से ऊपर उठते हुए लगभग 34000 वोट का इजाफा किया था।
कांग्रेसी विधायक सुरेंद्र चौधरी को दिया था झटका : बलविंदर ने दूसरा झटका करतारपुर के तत्कालीन कांग्रेसी विधायक सुरेंद्र चौधरी को दिया था। बलविंदर ने 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान खुद 5208 वोट लिए थे, लेकिन 2019 में लगभग 26 हजार का इजाफा करते हुए छह गुना सुधार के साथ 31047 वोट हासिल किए। इसी तरह फिल्लौर में लगभग 15 हजार, नकोदर में 18 हजार, कैंट में 15 हजार, शाहकोट में छह हजार, सेंट्रल में साढे आठ हजार, नार्थ में लगभग साढ़े दस हजार वोट पिछले विस चुनाव से ज्यादा पार्टी के लिए जोड़े थे।
2022 के विधानसभा चुनाव में भी बटोरे थे इतने वोट : लोकसभा चुनाव 2014 में बसपा के जालंधर से उम्मीदवार सुखविंदर कोटली, जो अब आदमपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक हैं, को केवल 47,000 वोट मिले थे। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में भी एडवोकेट बलविंदर कुमार करतारपुर विधानसभा क्षेत्र से लगभग 34000 वोट लेने में सफल रहे थे। जालंधर की राजनीतिक एवं गैर राजनीतिक गतिविधियों में खासे सक्रिय रहने वाले एडवोकेट बलविंदर कुमार को शहरी क्षेत्र के मध्यम वर्गीय वर्ग का भी प्रतिनिधित्व करते हुए देखा जा रहा है। वह राजनीतिक विरोधियों को आड़े हाथ ले रहे हैं। सरकार की नाकामियों को उजागर कर रहे हैं और पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम को लागू करवाने को लेकर लगातार संघर्षशील रहे हैं। एडवोकेट बलविंदर कुमार ने कहा वह राजनीति करने नहीं, बल्कि सरकारी नौकरी ठुकरा कर सभी वर्गों को उनका हक दिलाने की एक सोच के साथ राजनीति में आए थे। उन्होंने कहा कि संघर्ष जारी है और लोग उनके साथ हैं।