चंडीगढ़, 13 दिसंबरः पंजाब जी.एस.टी. विभाग ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए लुधियाना में एक बड़े जाली बिलिंग घोटाले का पर्दाफाश किया है, जिसमें पिछले दो वर्षों के दौरान 163 करोड़ रुपये के फर्जी लेन-देन किए गए हैं।
पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया है कि बुड्डेवाल रोड, लुधियाना स्थित मैसर्स मोंगा ब्रदर्स (यूनिट-2) फर्जी फर्मों का नेटवर्क चलाने के साथ-साथ जाली इनपुट टैक्स क्रेडिट (आई.टी.सी.) बना रही थी और सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा रही थी। उन्होंने बताया कि इस फर्म ने 60 जाली फर्मों से खरीददारी की थी, जिन्हें या तो निलंबित या रद्द कर दिया गया था या इस फर्म ने निलंबित या रद्द किए गए डीलरों से खरीददारी की थी। मंत्री ने कहा कि इन 60 फर्मों की कुल बिक्री लगभग 1270 करोड़ रुपये है। उन्होंने आगे बताया कि पंजाब जी.एस.टी. विभाग ने पंजाब जी.एस.टी. एक्ट, 2017 की धारा 67 के तहत मैसर्स मोंगा ब्रदर्स (यूनिट-2) के व्यावसायिक स्थानों की जांच और तलाशी की। चीमा ने बताया कि जांच के आधार पर टैक्स कमिश्नर, पंजाब द्वारा पंजाब जी.एस.टी. एक्ट, 2017 की धारा 69 और 132 के तहत मैसर्स मोंगा ब्रदर्स (यूनिट-2) के भाईवालों को गिरफ्तार करने के आदेश दिए गए हैं।