चंडीगढ़: 11 अक्तूबर: विजिलैंस ब्यूरो द्वारा रिश्वत के मामले में भगौड़ा करार दिए गए केंद्रीय जेल अमृतसर के वाडर्न हरप्रीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। हरप्रीत ने जेल में बंद कैदी को मोबाइल फोन की बरामदगी का केस दर्ज करने का डर दिखा कर 80 हजार रुपये बतौर रिश्वत के रुप में लिए थे। इस आरोप में वाडर्न हरप्रीत सिंह खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज हुआ था, जिसमें वह फरार चल रहा था।
एक अलग मामले में एक प्राइवेट बस का हाकर जसवीर सिंह, जिसकी पंजाब रोडवेज की सरकारी बसों के मुलाजिमों के साथ मिलीभगत थी, वह निजी बसों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकारी बसों के रुटों का समय बदलता था। प्रदेश सरकार को करोड़ों का नुकसान हुआ था। इस मामले में 4 अप्रैल 20-21 को तत्कालीन एसएसपी विजिलैंस ब्यूरो परमपाल सिंह ने केस दर्ज किया था, जिसमें जसवीर सिंह फरार चल रहा था।
विजिलैंस ब्यूरो अमृतसर बार्डर रेंज के एसएसपी वरेन्द्र सिंह संधू ने बताया कि गिरफ्तार किए गए जेल वाडर्न हरप्रीत सिंह वासी वैरोवाल, तरनतारन के खिलाफ पहले ही अमृतसर के थाना इस्लामाबाद में मामला दर्ज है। इसके बाद एक्ट की धाराओं के मुताबिक इस केस को विजिलैंस ब्यूरो अमृतसर रेंज को तबदील कर दिया गया था।
दूसरे मामले में पंजाब रोडवेज के कई मुलाजिम प्राइवेट व्यक्तियों को निजी बसों का लाभ पहुंचाने के लिए जो सरकारी बसों के रुटों का नुकसान करते हुए मासिक रिश्वत लेथे, उस मामले में कई अन्य लोगों समेत उक्त प्राइवेट बस का हाकर जसवीर सिंह शामिल है। उसको बस स्टैंड जालंधर से काबू कर लिया। इस मामले में विजिलैंस ब्यूरो अमृतसर के थाने में पहले ही केस दर्ज किया गया है। एसएसपी वरेन्द्र सिंह ने बताया कि मुलजिमों से पूछताछ की जा रही है। विजिलैंस ब्यूरो भ्रष्टाचार विरुद्ध सख्त रुख अपना रहा है तथा किसी भी मुलजिम को कोई रियायत नहीं दी जाएगी।