होशियारपुर । टांडा गौहत्या मामले में पुलिस ने 2 ओर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस पहले भी 2 औरतों समेत 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। अब पुलिस ने छापामारी कर कलीयर शरीफ (यूपी) से इस केस के मुख्य आरोपी इरशाद खान पुत्र नवाब खान वासी मुणूके थाना निहाल सिंह वाला, मोगा तथा फरियान पुत्र बरक्त अली वासी गांव खक्खा थाना टांडा जिला होशियारपुर को गिरफ्तार किया है।
एसएसपी ध्रुमन एच. निंबाले ने बताया कि यह घटना रेलवे की सीमा के अंदर हुई थी। इस लिए इस संबंधी थाना जीआरपी जालंधर की ओर से मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू की गई थी। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी पंजाब विरेश कुमार भावरा तथा आईजीपी जालंधर रेंज अरुण पाल सिंह की ओर से इस केस को जल्द से जल्द टे्रस करके आरोपियों को गिरफ्तार करने के ऑर्डर दिए गए थे। इसके बाद गठित टीमों की ओर से फोरैंसिक तथा गुप्त सोर्स लगाकर केस को 36 घंटे के अंदर-अंदर ट्रेस किया गया था। इस केस में पुलिस 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें 2 औरतें भी शामिल थीं।
इस केस के मुख्य आरोपी इरशाद खान वासी मोगा को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने विशेष टीमों का गठन गुरदासपुर तथा खन्ना में रेड की गई थी पर इरशाद पहले ही वह यूपी भाग चुका था। 18 मार्च को विशेष टीमों की ओर से उसे कलीयर शरीफ यूपी से गिरफ्तार किया गया। बाद में इस केस में एक ओर आरोपी फरियाद खान को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
पुछताछ दौरान आरोपियों ने बताया कि वह पशू तस्करी का धंधा करते हैं और उन्होंने सतपाल उर्फ पप्पी वासी कोटली शेखां, जिस पर पहले ही गौहत्या के केस दर्ज है, से संपर्क करके गऊएं खरीदकर टांडा में रेलवे लाईनों के पास अपने साथियों के साथ मिलकर गौवंश की हत्या कर दी और फिर गौमांस आगे यूपी के व्यापारी को बेच दिया। बता दें कि अब तक पुलिस ने इस केस में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस सभी आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
जांच दौरान पता चला है कि इरशाद खान के ऊपर थाना हनूमानगढ़ में भी पशू तस्करी करने के आरोप में 3 केस दर्ज हैं। जांच दौरान यह बात भी सामने आई है कि इरशाद खान और उसके पिता नवाब पर पहले भी गांव बिलासपुुर में हड्डारोढ़ी की आड़ में बुच्चडख़ाना चलाने और गौहत्या करने के संबंध में 2017 में थाना निहाल सिंह वाला में पर्चा दर्ज है। इन आरोपियों की ओर से मालेरकोटला, लुधियाना, खन्ना गुरदासपुर तथा जालंधर से गौ तस्करी की जाती थी।