चंडीगढ़ : निकारागुआ-फ्रांस मानव तस्करी मामला सामने आने के एक हफ्ते बाद, पंजाब पुलिस ने आखिरकार मामले की ‘जल्द से जल्द’ जांच करने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।
डीजीपी गौरव यादव के निर्देश पर ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन के निदेशक एलके यादव ने शनिवार को चार सदस्यीय एसआईटी को जांच के आदेश जारी किये। एसआईटी का नेतृत्व फिरोजपुर के पुलिस अधीक्षक (जांच) रणधीर कुमार करेंगे। अन्य तीन सदस्यों में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी), सिविल लाइंस लुधियाना, जसरूप कौर बाठ, फिरोजपुर के पुलिस उपाधीक्षक (जांच) बलकार सिंह संधू और पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) पटियाला दलबीर सिंह सिद्धू शामिल हैं। एसआईटी को जल्द से जल्द सक्षम अदालत में अंतिम रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।
रोमानियाई विमान में यात्रा कर रहे भारत के लगभग 303 यात्रियों को फ्रांसीसी अधिकारियों ने 22 दिसंबर को हिरासत में लिया था। इनमें ज्यादातर पंजाब और गुजरात से थे। यह चार्टर्ड विमान संयुक्त अरब अमीरात के फुजैराह से निकारागुआ (मध्य अमेरिका) जा रहा था। उनके गंतव्य के कारण, यह संदेह हुआ कि वे डंकी रूट के जरिये मैक्सिको/ यूएसए व कनाडा में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। फ्रांस में चार दिन रोकने के बाद 276 यात्रियों के साथ विमान को मुंबई भेजा गया था। यात्रियों के नाम के विश्लेषण के आधार पर यह अनुमान है कि इनमें से लगभग आधे पंजाब, हरियाणा के हो सकते हैं।
पंजाब पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि कोई भी पीड़ित केस दर्ज कराने के लिए आगे नहीं आया है। लोग अक्सर स्वेच्छा से डंकी रूट चुनते हैं।