गढ़शंकर l गांव मोरांवाली में अज्ञात हत्यारे एनआरआई व उसके घर मे बतौर केयरटेकर काम करने वाली महिला की तेजधारों की हत्या कर दी। हत्या को अंजाम 36 घंटे पहले दिया बताया जा रहा है। पुलिस मामले की गहनता जांच कर रही है।
गांव मोरांवाली में एनआरआई संतोख सिंह (65) पुत्र ज्ञान सिंह करीब पौने तीन महीने पहले कनाडा से आपने गांव मोरांवाली आया था । इस दौरान उसने आपने और आपने बड़े भाई जगदीश सिंह की देखभाल के लिए घर में बतौर केयरटेकर मनजीत कौर (46) पत्नी लखविंदर सिंह निवासी गांव बाठ, थाना नूरमहल, जिला जालंधर को रखा हुआ था।
मनजीत कौर को उसकी बेटियां कॉल कर रही थी तो उसका मोबाइल बंद आ रहा था। जिसके बाद मनजीत कौर की एक बेटी गांव आई तो घर को बाहर से ताले लगे देख वापिस चले गई। उसके बाद मनजीत कौर की बेटी पूजा व दूसरी बेटी आज सुबह गांव पहुंची तो उन्हीनों ने गांव के सरपंच से संपर्क किया । जिस पर सरपंच व मनजीत कौर की बेटियों ने गढ़शंकर पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही एसएचओ गगनदीप सिंह सेखों की अगुआई में पुलिस की टीम गांव मोरांवाली में संतोख सिंह के घर पहुंची और घर के ताले तोड़ कर कर देखा तो अंदर तो अलग अलग कमरों में संतोख सिंह व मनजीत कौर के शव पड़े थे। दोनों के शवों से साफ पता चलता था कि दोनों की हत्या तेजधार हथियारों से बुरी तरह काट कर की गई है। इस दौरान घर मे संतोख सिंह का बड़ा भाई जगदीश सिंह मौजूद था और वह सदमे दिख रहा था। इसके इलावा घर मे मवेशी और एक कुत्ता बांधा हुया था। अज्ञात हत्यारों ने संतोख सिंह के बड़े बृद्ध भाई जगदीश सिंह को कोई नुकसान नही पहुंचाया।
घटनास्थल पर एसपी (डी) मुकेश कुमार, डीएसपी जसप्रीत सिंह पर पहुंचे और जायजा लिया। जिसके बाद फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया। एएसआई सुच्चा सिंह की अगुआई में फोरेंसिक टीम ने मौके से हत्या के सबूत एकत्र किए। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रख दिया है
सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक पुलिस ने मृतको के परिजनों से मिले इनपुट के चलते कुछ शक्की लोगों को हिरासत में लिया है। हालांकि पुलिस अधिकारी इसकी पुष्टि करने को तैयार नही है।
एसएचओ गगनदीप सिंह सेखों : डबल मर्डर की गहनता से जांच की जा रही है। एफआइआर मेरे बयानों पर दर्ज की जाएगी। हत्या के आरोपी शीध्र ग्रिफ्तार कर लिए जायगे।
फोटो : मृतक संतोख सिंह और उसकी केयरटेकर महिला मनजीत कौर की फ़ाइल फ़ोटो व शवों को पोस्टमार्टम के ले जाते हुए गांव वासी तथा घटनास्थल पर जांच करते पुलिस अधिकारी और कर्मचारी।