जीरकपुर : साइबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साइबर क्राइम थाना एनआईटी की टीम ने तीन आरोपियों को पंजाब के जिरकपुर से गिरफ्तार किया है। ये तीनों ही हरियाणा के रहने वाले हैं।
वहीं साइबर क्राइम थाना सेंट्रल की टीम ने एक आरोपी को यूपी फर्रुखाबाद से गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने बताया कि आरोपियों को रिमांड पर लेकर पुलिस टीम पूछताछ कर रही है।
पहले मामले में साइबर क्राइम थाना एनआईटी की टीम ने पंजाब के जिरकपुर से कैथल निवासी केशव (27), प्रवेश (48) और जींद निवासी सुरेंद्र (42) को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला कि आरोपी केशव खाताधारक है। इसने अपना खाता कमीशन के लालच में प्रवेश व सुरेंद्र को दिया था। प्रवेश व सुरेंद्र ने ये खाता आगे बेचा था। केशव बीकॉम की पढ़ाई के बाद राइस ट्रेडिंग का काम करता है।
77 लाख रुपये की ठगी के मामले में बड़ा एक्शन : वहीं प्रवेश 12वीं पास है और प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है। सुरेंद्र, प्रवेश के पास ही चालक का काम करता है। केशव व प्रवेश पड़ोसी हैं। इस खाते में ठगी के कुल 45 लाख रुपये आए थे। आरोपियों को 5 दिन के रिमांड पर लेकर टीम पूछताछ कर रही है। डिजिटल अरेस्ट कर 77 लाख रुपये की ठगी के मामले में इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
दूसरे मामले में साइबर क्राइम थाना सेंट्रल की टीम ने यूपी फर्रुखाबाद निवासी प्रांशु यादव (20) को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने रुपयों के लालच में सुमित का खाता खरीदकर टेलीग्राम एप के जरिये किसी को बेचा था। प्रांशु बीएससी की पढ़ाई कर चुका है। इसके उपलब्ध कराए गए खाते में ठगी के 1 लाख रुपये आए थे। गलत नंबर पर रिचार्ज के चलते रिफंड पाने को कस्टमर केयर नंबर ऑनलाइन ढूंढकर संपर्क किया था। ठगों ने कस्टमर केयर कर्मचारी बनकर 1239626 रुपये ठग लिए थे। इसी मामले में जांच करते हुए साइबर क्राइम थाना सेंट्रल की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया है।