गढ़शंकर, 19 सितंबर: डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट टीम गढ़शंकर तथा किर्ती किसान यूनियन होशियारपुर द्वारा केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए तीन नए आपराधिक कानूनों और लोगों के पक्ष में बोलने वाले बुद्धिजीवियों के खिलाफ मामले दर्ज करने के खिलाफ एटीएफ नेता मुकेश कुमार, किसान नेता हरमेश ढेसी, पेंशनर नेता हंसराज गढ़शंकर तथा सेवा निवृत प्रिंसिपल जगदीश राय की अध्यक्षता में गढ़शंकर में एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई।
विचार गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में एडवोकेट दलजीत सिंह उड़ापड़ (डेमोक्रेटिक लॉयर्स एसोसिएशन के राज्य नेता) ने इन तीनों कानूनों के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि केंद्र सरकार इन कानूनों को राष्ट्रवाद के नाम पर कानून बताकर लोगों पर थोप रही है। नए आपराधिक कानून न केवल पुराने औपनिवेशिक कानूनों की नकल हैं, बल्कि उनमें घातक परिवर्तन भी किए गए हैं, जिनका मुख्य निशाना देश के विभिन्न संघर्षरत संघों के नेता, आम लोग और अल्पसंख्यक होंगे। इस मौके सेवानिवृत्त प्रिं जगदीश राय ने भी अपने विचार रखे।
चर्चा में भाग लेते हुए चन्द्रशेखर बलाचौर, भूपिंदर सिंह सरोआ, विने कुमार गढ़शंकर, बलकार सिंह मघानिया और मैडम खुशविंदर कौर ने सवालों के जवाब दिए। एनआईए द्वारा किसान यूनियन नेताओं और लोकतांत्रिक कार्यकर्ताओं के घरों पर छापेमारी करने और धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में मालविंदर सिंह माली को गिरफ्तार करने के खिलाफ प्रस्ताव पारित किए गए।
विचार गोष्ठी में डीटीएफ नेता सुखदेव डानसीवाल, सतपाल कलेर, जरनैल सिंह, संदीप कुमार, अवतार सिंह, मनप्रीत सिंह, रमनदीप सिंह, जगदीप कुमार, किसान नेता कुलविंदर चाहल, करनैल सिंह, अवतार सिंह, सोहन सिंह, प्रो. कुलवंत सिंह गोलेवाल, सरपंच रामजीत सिंह देनोवाल कलां एवं पेंशनर नेता बलवीर सिंह खानपुरी, गुरमेल सिंह, मैडम सुनीता कुमारी आदि उपस्थित थे। अंत में किसान नेता हरमेश ढेसी ने उपस्थित सभी साथियों का धन्यवाद किया।