दिल्ली । दिल्ली विश्वविद्यालय की त्रिपुरा निवासी 19 वर्षीय छात्रा स्नेहा देवनाथ की आत्महत्या का मामला अब थोड़ा-थोड़ा सुलझता नजर आ रहा है. दिल्ली पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें हत्या की वजह बताई गई है।
उसने पारिवारिक कारणों को आत्महत्या का कारण बताया है, लेकिन पढ़ाई या किसी के तरफ से कोई दबाव का कोई जिक्र नहीं किया है।
स्नेहा का शव 6 दिन लापता रहने के बाद रविवार (13 जुलाई) को यमुना नदी से बरामद किया गया. वो 7 जुलाई को उत्तरी दिल्ली स्थित सिग्नेचर ब्रिज पहुंची थी, जिसके बाद से उसका कोई पता नहीं चला था. पुलिस ने बताया कि शव की पहचान परिवार ने कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पूरी तरह सामान्य लग रही थी- ड्राइवर
वहीं इस मामले में अब कैब ड्राइवर का बयान सामने आया है, जिसने छात्रा को सिग्नेचर ब्रिज तक छोड़ा था. आईएएनएस को दिए बयान में ड्राइवर ने बताया कि 7 जुलाई को उसने स्नेहा को साउथ एक्स के पर्यावरण कॉम्प्लेक्स से पिक किया और 39 मिनट बाद सिग्नेचर ब्रिज पर ड्रॉप किया. लड़की ने 523 रुपये का ऑनलाइन भुगतान किया।
ड्राइवर ने बताया कि सफर के दौरान वह पूरी तरह सामान्य लग रही थी. उसने मुझसे ब्लूटूथ कनेक्ट करने को कहा, लेकिन मैंने मना कर दिया और यूट्यूब पर गाना सुनने के लिए कहा।
फोन पर बात की और फिर चैट करने लगी- ड्राइवर
कैब ड्राइवर के अनुसार, गाड़ी में बैठने के करीब दस मिनट बाद स्नेहा ने 1-2 मिनट फोन पर बात की और फिर चैट करने लगी. फिर कुछ देर शांत बैठी रही. ड्रॉप से लगभग 5 मिनट पहले उसे एक और कॉल आई और जैसे ही कैब रुकी, वह चुपचाप पीछे की ओर चली गई. ड्राइवर ने बताया कि लड़की के व्यवहार में कोई असामान्यता नहीं थी, जिससे उसे अंदेशा होता कि वह कुछ ऐसा कदम उठाने जा रही है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि स्नेहा ने एक सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उसने पारिवारिक कारणों को आत्महत्या की वजह बताया. पढ़ाई या अन्य किसी दबाव का उसमें कोई उल्लेख नहीं था. टेक्निकल सर्विलांस के जरिए पुलिस ने उसके आखिरी स्थान की पुष्टि की थी, जो सिग्नेचर ब्रिज था।
उसका शव ब्रिज से करीब 10 किलोमीटर दूर, गीता कॉलोनी फ्लाईओवर के पास यमुना नदी में मिला. मामले की जांच जारी है और पुलिस यह समझने की कोशिश कर रही है कि किन परिस्थितियों में छात्रा ने इतना बड़ा कदम उठाया।