फतेहगढ़ साहिब। वाटर सप्लाई स्कीम के ठेका मुलाजिम तबादला होने पर शुक्रवार सुबह टंकी पर चढ़ गया। देर शाम समाचार लिखे जाने तक मुलाजिम यूनियन नेता के साथ टंकी पर ही था। मुलाजिम के समर्थन में जल सप्लाई एवं सेनिटेशन कान्ट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन ने टंकी के नीचे धरना शुरू कर दिया।
विभागीय अधिकारियों सहित पुलिस ने टंकी पर चढ़े यूनियन नेता को नीचे उतारने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। प्रदर्शकारी अमलोह विधायक गुरिंदर सिंह गैरी वड़िंग पर मनमाने ढंग से तबादला करवाने का आरोप लगा रहे हैं। अमलोह ब्लॉक के गांव कपूरगढ़ में वाटर सप्लाई स्कीम में तैनात केसर सिंह का तबादला खमाणो ब्लॉक में कर दिया गया।
जिसके चलते ठेका कर्मचारी केसर सिंह युनियन नेता के साथ शुक्रवार सुबह फतेहगढ़ साहिब में जल सप्लाई एंड सेनिटेशन के मंडल कार्यालय में बनी पानी की टंकी पर चढ़ गये। इन दोनों के टंकी पर चढ़ने के बाद यूनियन वर्कर्स ने टंकी के नीचे धरना शुरू कर दिया। टंकी पर चढ़े ठेका मुलाजिम का परिवार भी धरने में शामिल है।
इन लोगों का आरोप है कि अमलोह विधायक गुरिंदर सिंह गैरी वड़िंग ने मनमाने ढंग से उनका तबादला करवाया है। यूनियन ने विधायक पर ठेका मुलाजिम को परेशान करने व उसके नौकरी से हटाने के लिये अधिकारियों पर दबाव बनाने का भी आरोप लगाया। टंक पर चढ़े ठेका मुलाजिम केसर सिंह व यूनियन की मांग है कि तबादला तुरंत रद कर उसे कपूरगढ़ में ही तैनात किया जाये।
मुलाजिम के टंकी पर चढ़ने की सूचना मिलने पर एसएचओ फतेहगढ़ साहिब इंदरजीत सिंह पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद एसपी सुखनाज सिंह भी मौके पर पहुंचे और टंकी पर चढ़े प्रदर्शनकारियों को नीचे उतरने की अपील की। इसके अलावा जल सप्लाई एंड सेनिटेशन विभाग के अधिकारियों ने भी बातचीत के जरिये हल निकालने का भरोसा देते हुए टंकी से उतारने का प्रयास किया।
लेकिन प्रदर्शनकारी बिना शर्त तबादला रद पर अड़े हुए हैं। शुक्रवार शाम समाचार लिखे जाने तक दोनोें प्रदर्शनकारी टंकी पर चढ़े हुए थे और नीचे धरना जारी था। धरने में यूनियन के नेता गुरविंदर सिंह पंजोली,जिला प्रधान गुरपाल सिंह, महासचिव कुलबीर सिंह, कैशियर जसपाल सिंह सहित अन्य वर्कर्स शामिल रहे।
उधर, विधायक गुरिंदर सिंह गैरी वड़िंग का इस मामले काे लेकर कहना है कि उन पर लगाये जा रहे आरोप निराधार हैं। उन्होंने कहा कि ठेका मुलाजिम केसर सिंह नियमों के विरुद्ध दो स्थानों कपूरगढ़ और लल्लों में ड्यूटी दे रहा था। उसके खिलाफ काफी शिकायतें थीं, जिसके चलते विभाग ने यह कदम उठाया है। मुलाजिम के तबादले में उनका किसी भी तरह हाथ नहीं है।