गढ़शंकर – होशियारपुर जिले में सबसे पहले कोरोना सक्रमण की दस्तक गढ़शंकर ब्लाक के मोरांवाली गांव में हुई थी यहां के हरभजन सिंह को अपनी जान गवानी पड़ी थी इसको देखते हुए इस ब्लाक के कई गांवों को सील कर दिया था और इस वायरस के शिकार गढ़शंकर शहर के लोग भी हुए थे। इसके बाद जिला प्रशासन ने कोरोना से बचाने व बचने के लिए कुछ नियम बनाए थे। अब जबकि कोरोना बीमारी फिर से अपने पैर इलाके में पसार रही है और शहर में कुछ वार्डो में कंटोनमेंट छेत्र बनाए गए थे यहां इस बीमारी के मरीज सामने आए थे। सरकार ने बेशक इस बीमारी से लोगों को बचाने के लिए आदेश जारी किए थे जिसके तहत सरकारी कार्यलयों में सेनिटाइजर मशीन लगाई गई थी ताकि लोग खुद को सेनेटाइज कर सके लेकिन जागरण संवाददाता ने गढ़शंकर तहसील कार्यालय का दौरा किया तो देखा कि यहां मशीन तो लगी हुई है लेकिन इसमें सेनेटाइजर खत्म हुए अरसा हो चुका है और यह मात्र देखने की वस्तु बनकर रह गई है। वही उन लोगों को भी हैरानी होती है जो सरकारी आदेशो की पालना करते हुए जब मशीन से हाथ सेनेटाइजर करने के लिए आगे बढ़ाते हैं लेकिन मशीन में सेनेटाइजर न होने के चलते वह अधिकारियों को कोसते नजर आते हैं। इन लोगों का कहना है कि सरकारी पैसों से कार्यलयों में उक्त मशीन लगाने का क्या फायदा जब इसमें सेनेटाइजर ही नही है। तहसील कार्यालय में रोजाना बड़ी संख्या में लोग जरूरी कार्यों के लिए आते हैं लेकिन यहां वह फिजिकल डिस्टेंस का ध्यान तक नही रख रहे हैं और न ही सरकारी अधिकारी व कर्मचारी उन्हें ऐसा करने के लिए कहते हैं। जमीन रजिस्ट्री कराने व फर्द केंद्र से अपनी फर्द लेने आए लोग एक दूसरे के साथ सटकर कतार में खड़े रहते है। तहसील कार्यालय में बॉडी टेम्प्रेचर चेक करने के लिए कोई कर्मचारी नही है। देखा जाए तो इस परिसर में सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है जो यहां काम करते कर्मचारियों व काम कराने के लिए लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। वहीं लोगों का कहना है कि कागजों में अधिकारी सेनेटाइजर की खरीद दिखा कर यहां सरकार को चूना लगा रहे हैं वहीं उनकी लापरवाही से लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उनका मानना था कि एक सकर्मित व्यक्ति के कारण कई लोग उसकी चपेट में आ सकते है। तहसील कार्यालय में काम कराने आने वाले मनजिंदर कुमार पेंसरा व उपस्थित लोगों ने बताया कि यह मशीन महीनों से खाली पड़ी है। उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ना सिर्फ लोगों का काम रह गया है। इस संबंध में तहसीलदार लखविंदर सिंह से बात करने की कोशिश की गई और दस फोन करने के बाद भी उन्होंने हमेशा की तरह फोन नहीं उठाया।
दर्शन सिंह मट्टू: तहसील कार्यालय में काम कराने आए कुल हिंद किसान सभा के महासचिव दर्शन सिंह मट्टू व जैजों दोआबा के सरपंच अशोक कुमार लखनपाल ने कहा कि उन्होंने जब कार्यलय में लगी सेनिटाइजर मशीन के सामने हाथ सेनिटाइजर करने के लिए बढ़ाये तो उन्हें झटका लगा जब देखा कि मशीन में तो सेनेटाइजर ही नहीं है। उन्होंने कहा कि यह अधिकारियों की नाकामी है।