2020 में गया था दुबई में रोजी रोटी कमाने

माहिलपुर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पिछले रोजों में उनका 19 वर्षीय बेटा चरनजीत सिंह उर्फ चन्नी पासपोर्ट बनवाने के बाद दुबई इस लिए गया था ताकि वह अपनी तीन बहनों व माता पिता का जीवनस्तर सुधार सके। उन्होंने कहा कि इस दौरान दुबई से फोन आता था और वह अपने राजीखुशी की जानकारी देते रहता था। उन्होंने रुंधे स्वर से बताया कि फिर उसका फिन आना बंद हो गया तो उसके साथियों ने उसे फोन कर बताया कि उसका झगड़ा किसी पठान से हो गया है और वह कुछ लोगों के साथ जेल में बंद है।
कर्ज उतारने के बेच दिया मकान….
तिलक राज ने कहा कि उन्होंने चरनजीत सिंह को बाहर भेजने के लिए ब्याज पर कर्ज उठाकर भेजा था और उसके पकड़े जाने के बाद कर्ज उतारने के घर बेच दिया और अपने सुसराल में रह कर जीवनयापन कर रहे है।
मां बाप का ध्यान रखना….
चरनजीत की मामी जसविंदर कौर ने कुछ दिन पहले उसने फोन पर बात करते हुए कहा कि पता नही उसका क्या होगा पर आप लोग मेरे बाद माता पिता का ध्यान रखना।
फ़ोटो….
दुबई अदालत द्वारा गोली मारने की सजा प्राप्त चरनजीत सिंह।
पत्रकारों से बात करते हुए उसके माता पिता व परिजन।