गढ़शंकर : गढ़शंकर उपमंडल को विभाजित कर गढ़शंकर के गांवों को नवांशहर जिले में मिलाने की मुख्यमंत्री की घोषणा के विरोध में बार एसोसिएशन गढ़शंकर ने एडवोकेट पंकज कृपाल अध्यक्ष के नेतृत्व में दूसरे दिन भी अदालती कार्य बंद रखा| एडवोकेट पंकज कृपाल अध्यक्ष ने आज प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि गढ़शंकर उपमंडल के गांवों को दूसरे जिले से जोड़ने के बजाय गढ़शंकर को जिला बनाया जाये| उन्होंने कहा कि गढ़शंकर पंजाब के सबसे पुराने उपमंडलों में से एक है उन्होंने कहा कि जब नवांशहर थाना था तो भी गढ़शंकर उपमंडल था। उन्होंने कहा कि गढ़शंकर उपमंडल के साथ शुरू से ही सौतेला व्यवहार होता रहा है| उन्होंने कहा कि पहले बलाचौर को गढ़शंकर उपमंडल से अलग कर नवांशहर में मिला कर नवांशहर को जिला बना दिया गया था, जबकि गढ़शंकर का जिला बनने का अधिकार था| उन्होंने कहा कि गढ़शंकर उपमंडल के गांवों को नवांशहर से जोड़ने से लोगों को पिछड़े क्षेत्र की मिल रही सुविधा भी खत्म हो जायेगी| उन्होंने कहा कि इसके अलावा लोगों को अपने दस्तावेजों में भी बदलाव करवाने के लिये धक्के खाने को मजबूर होना पड़ेगा| उन्होंने कहा कि गढ़शंकर को तोड़ने की किसी भी साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा| उन्होंने कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री, डिप्टी स्पीकर, राजस्व मंत्री और उपायुक्त से भी मुलाकात की जाएगी| एडवोकेट पंकज कृपाल अध्यक्ष के नेतृत्व में बार एसोसिएशन गढ़शंकर ने एस डी एम गढ़शंकर के माध्यम से पंजाब सरकार को मांग पत्र भी सौंपा। इस मौके पर चेयरमैन चौधरी भागू राम, उपाध्यक्ष दीपांकर लुंब, सचिव रूपेश खन्ना, संजीव डोड, रामनाथ राय, पवन राय, गुरदीप सैनी, हरविंदर पाल, संजीव कालिया, हरप्रीत सिंह, शशि कुमार, सुख नागपाल, राजेश कुमार, मोंटी कुमार, रमन कुमार, सतपाल चौधरी, संजीव बंगा, नरेश भट्टी, मधु राणा, सरिता कंवर आदि मौजूद रहे।