पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। नाभा जेल ब्रेक कांड के मास्टरमाइंड रमन जीत सिंह उर्फ रोमी को भारत वापस लाया जा रहा है। 22 अगस्त को शाम 4 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर पंजाब पुलिस के सुरक्षा एजेंसियों के ऑपरेशन में मास्टरमाइंड को भारत लाया जा रहा है। नाभा जेल ब्रेक मामले में रमनजीत सिंह उर्फ रोमी को भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। लेकिन पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की मदद से उसे अब हांगकांग से भारत लाया जा रहा है। जांच एजेंसियों के मुताबिक रमनजीत आतंकी गैंगस्टर नेक्सेस का नोडल प्वाइंट था। ये ड्रग्स और आर्म्स स्मगलिंग के कई मामलों में शामिल था।
2018 में हांगकांग में हुआ था गिरफ्तार : एजेंसियों के मुताबिक नाभा जेल ब्रेक मामले में रमनजीत की मुख्य भूमिका थी, जिसमें कई गैंगस्टर पुलिसकर्मी बनकर जेल पहुंचे थे और हाई सिक्योरिटी जेल को तोड़कर 6 गैंगस्टर और बड़े अपराधियों को छुड़ाकर ले गए थे। नाभा जेल ब्रेक के मामले में रोमी ने अपराधियों को पैसा, हथियार और दूसरे लॉजिस्टिक स्पोर्ट मुहैया कराए थे। रोमी के खिलाफ साल 2017 में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था, जिसके बाद हांगकांग पुलिस ने रोमी को साल 2018 में पकड़ लिया था और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हाल ही में 6 अगस्त 2024 को हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र ने 6 अगस्त को रमनजीत के सरेंडर का ऑर्डर जारी किया था।
गैंगस्टर गुरप्रीत सिंह के साथ संपर्क का आरोप : रोमी एक शातिर अपराधी है, जिसने फिल्मी तरीके से हाई सिक्योरिटी के बावजूद भी जेल को तोड़कर गैंगस्टर को भगा दिया था। अब जब रोमी को भारत वापस लाया जा रहा है तो अब पूरा खुलासा होगा कि इस पूरे गेम में उसके साथ और कौन-कौन शामिल था। उस पर गैंगस्टर गुरप्रीत सिंह के साथ संपर्क में होने का भी आरोप था। गुरप्रीत सिंह उन 6 अपराधियों में शामिल है, जिसे रोमी ने जेल से भगाया था। साल 2016 में पंजाब के लुधियाना के नाभा जेल से 6 कैदी भागने वाले एक गैंगस्टर विक्की गौंडर का पुलिस एनकाउंटर कर चुकी है।