गढ़शंकर – पंजाब शिक्षा विभाग के सचिव कृष्ण कुमार के निर्देश पर यहां परिजनों की सहमति से सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की गिनती बढ़ाने के लिए स्कूल अध्यापक यहां सरकारी स्कूलों में अपने बच्चे पढ़ाने के लिए आग्रह कर रहे हैं वही कुछ अध्यापक मात्र अपनी कारगुजारी कागजो पर अधिक दिखाने के चक्कर में निजी स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों का दाखिला अपने स्कूल में दिखाने लगे हैं है जबकि वह छात्र निजी स्कूल पढ़ रहा होता है। ऐसा ही मामला सामने आया है गढ़शंकर के स्तनोर गांव में यहां पद्दी सूरा सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल की अध्यपका ने निजी स्कूल में पढ़ रहे बच्चे का दाखिला अपने स्कूल में कर दिया। इस बात की जानकारी छात्र हर्षदीप की मां कुलवंत कौर पत्नी जगमीत सिंह वासी स्तनोर को हुई तो वह विचलित हो गई। उसने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि उसका बेटा हर्षदीप निजी स्कूल का छात्र है लेकिन पद्दी सूरा सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल की अध्यपका बलवीर कौर ने हमारे घर आकर उसका आधार कार्ड लेकर अपने कागजो में हर्षदीप को सरकारी स्कूल का छात्र बना दिया। उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी तब प्राप्त हुई जब वह उसके स्कूल में उसकी प्रोग्रेस रिपोर्ट लेने पुहंचे तो वहां के टीचर ने बताया कि आपके बेटे का दाखिला सरकारी स्कूल में दिख रहा है इसलिए आप वहां बात करे। कुलवंत कौर ने बताया कि इस संबंध में पद्दी सूरा सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल के वाईस प्रिं से बात की तो उन्होंने माना कि अध्यपका बलवीर कौर की गलती से ऐसा हुआ है। कुलवंत कौर ने बताया कि उसका बेटा सातवी में पढ़ रहा था लेकिन सरकारी स्कूल वालो ने बिना परीक्षा लिए उसे आठवी कक्षा में दाखिल कर लिया जिसपर सरकारी स्कूलों की शिक्षा के स्तर पर संदेह पैदा होता है।
गलती से हुआ था….प्रिंसिपल पद्दी सूरा सिंह सरकारी स्कूल।
इस संबंध में स्कूल प्रिंसिपल डिम्पी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसा गलती से हुआ है और इस संबंध में छात्र के माता द्वारा मांगी गई जानकारी दे दी गई है।