हिमाचल प्रदेश में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। जून महीने के अंत से शुरू हुई बारिश अगस्त में भी बदस्तूर जारी है। प्रदेश सरकार को भारी बारिश की वजह से आठ हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। भारी बारिश की वजह से प्रदेश में जारी आपदा की स्थिति से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए वर्ल्ड बैंक के बाद नीति आयोग ने सरकार की तारीफ की है। नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन के. बेरी ने एक पत्र लिखकर प्रदेश सरकार के राहत और बचाव कार्यों की सराहना की।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन के. बेरी के पत्र में कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश सरकार और आपदा प्रबंधन दल के साथ अन्य सभी एजेंसी ने जरूरतमंदों को राहत देने के लिए सराहनीय काम किए हैं। नीति आयोग इस चुनौतीपूर्ण वक्त में राज्य सरकार को हर संभव मदद देने के लिए तैयार है। सुमन के. बेरी ने पत्र में कहा है कि राज्य में भीषण त्रासदी की घटनाएं चौंकाने वाली हैं । इस कारण राज्य में कृषि, समग्र आजीविका और आधारभूत अधोसंरचना को भारी क्षति हुई है । हिमाचल प्रदेश में आपदा की गंभीरता को देखते हुए नीति आयोग संकट के इस वक्त में हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ दृढ़ता के साथ खड़ा है ।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रशंसा के लिए नीति आयोग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इससे सरकार को तत्परता के साथ काम करने की प्रेरणा मिली है । मुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश को भारी बारिश की वजह से अत्यधिक नुकसान हो चुका है । प्रदेश सरकार प्रभावितों तक हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि सामूहिक प्रयासों से एक बार फिर इस चुनौतीपूर्ण वक्त को भी हिमाचल प्रदेश पार कर लेगा और जल्द ही एक बार फिर हिमाचल की व्यवस्था और अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट आएगी।