शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने सोमवार को कांग्रेस के दो और भाजपा के एक विधायक को शपथ दिलाई। नौ विधानसभा उपचुनावों के बाद कांग्रेस पार्टी ने छह सीटें जीतकर अपनी पिछली 40 सीटों को बरकरार रखा है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रमुख प्रतिभा सिंह ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी के लिए जश्न का माहौल है, क्योंकि भाजपा राज्य में कांग्रेस सरकार को गिराने में विफल रही।
उन्होंने दावा किया कि, 27 फरवरी को जिस तरह से भाजपा ने हिमाचल प्रदेश की सरकार को गिराने की साजिश रची, राज्य की जनता ने उन्हें करारा जवाब दिया है। लोगों ने उन्हें बता दिया है कि जिस तरह से भाजपा पैसे और खरीद-फरोख्त के दम पर चुनी हुई सरकारों को गिराने की कोशिश करती है, उसे हिमाचल में स्वीकार नहीं किया जाएगा। 2022 में राज्य में हमारे 40 विधायक चुने गए थे और मुझे खुशी है कि हमने वही 40 विधायक बरकरार रखे हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु ने कहा कि भाजपा राज्य में निर्वाचित सरकार को गिराने में विफल रही और लोगों ने उन्हें सबक सिखाया है तथा कांग्रेस ने अपनी 40 सीटें बरकरार रखी हैं, जो 2022 में लोगों द्वारा दिया गया जनादेश है।
उन्होंने कहा कि, “हम 2027 तक हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर राज्य बनाना चाहते हैं। हमने पिछले साल चुनाव के चार महीने और आपदा के चार महीने खराब कर दिए। आपदा बहाली में हमारे प्रयासों के लिए विश्व बैंक, नीति आयोग और भाजपा नेताओं ने हमारी सराहना की। हम राज्य के लोगों, खासकर भाजपा का समर्थन चाहते हैं, जो राज्य में नकारात्मक भूमिका निभा रही है। हाल ही में मैं अपने पीडब्ल्यूडी मंत्री और सीपीएस सुंदर ठाकुर के साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिला। हमने केंद्रीय मंत्री से भू-भू जोत सुरंग बनाने और फोर लेन के निर्माण की मांग की है। मैं उनसे कहूंगा कि इसमें बाधा न बनें। आपदा के बाद हमें कोई मदद नहीं मिली। हम विशेष पैकेज की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन हमें नहीं मिला। मैंने इस मुद्दे को प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के समक्ष उठाया है।”