लुधियाना : गांव अकालगढ़ खुर्द में नौ साल के बेटे से चली गोली पिता दलजीत सिंह उर्फ जीता की पीठ में जा लगी और पेट के अगले हिस्से में फंस गई। गंभीर रूप से घायल दलजीत सिंह जीता को रायकोट के निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां दलजीत की हालत खराब होने लगी तो तुरंत एंबुलेंस से लुधियाना भेजा गया। लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में दलजीत का इलाज शुरू हो गया है। हालत चिंताजनक मगर स्थिर बताई जा रही है। दलजीत सिंह अपनी पत्नी और बेटे के साथ ससुराल संधारा देने जा रहे थे।
चौकी लोहटबद्दी के प्रभारी एएसआई सुखविंदर सिंह ने बताया कि सुबह 11 बजे के करीब दलजीत सिंह जीता पत्नी और नौ वर्षीय बेटे के साथ अपने गांव अकालगढ़ खुर्द से ससुराल जा रहे थे। सावन के महीने में परंपरा के अनुसार संधारा देने जा रहे थे। उनकी पिस्तौल पिछली सीट पर बैठे बेटे के हाथ लग गई। सुखविंदर सिंह के अनुसार अभी ये पता नहीं चला है कि पिस्तौल लॉक थी या नहीं। हो सकता है कि पिस्तौल लॉक हो और बेटे ने खेलते हुए गलती से लॉक खोल लिया हो। दलजीत सिंह जीता घर से कुछ ही दूर पहुंचे थे कि उनके बेटे से गोली चल गई। गोली पीठ में लगी और पेट में नाभी के पास आकर फंस गई।
रायकोट के निजी अस्पताल के डॉक्टर गोली नहीं निकाल सके और दलजीत की हालत खराब होते देख लुधियाना भेज दिया गया। एएसआई सुखविंदर सिंह ने बताया कि अभी परिवार ने पुलिस को कोई सूचना नहीं दी है लेकिन जानकारी मिलने के बाद पुलिस लुधियाना के डीएमसी अस्पताल बयान दर्ज करने जा रही है।