पंचकूला । पंचकूला में सोमवार देर रात कार में परिवार के 7 लोगों के जहर खाकर सामूहिक आत्महत्या करने के मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस को कार से दो पन्नों का सुसाइड नोट मिला। इस में परिवार के मुखिया यानी प्रवीण मित्तल ने लिखा है कि मैं बैंक से दिवालिया हो चुका हूं।
मेरी वजह से ही ये सब कुछ हुआ है। मेरे ससुर को कुछ मत कहना। अंतिम संस्कार सहित जितने भी रस्में होंगी, वो मेरे मामा का बेटा निभाएगा।
इस सनसनीखेज वारदात में मरने वालों में प्रवीण मित्तल, उनकी पत्नी, बुजुर्ग माता-पिता और 3 बच्चे शामिल हैं। यह परिवार उत्तराखंड के देहरादून का रहने वाला है। पंचकूला में वे किराये के मकान में रहते थे। सोमवार को वे पंचकूला में बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री की कथा में आए थे लेकिन कथा के बाद घर लौटने से पहले ही सेक्टर 27 में कार में ही जहर खा कर जान दे दी।
जिंदा था प्रवीण मित्तल, बोला, हम सबने जहर खा लिया
सेक्टर 27 में मकान 12 बजे के करीब हुंडई की ऑरा गाड़ी खड़ी थी। राहगीरों ने देखा तो उसमें कई लोग थे। जब वे पास गए तो देखा कि ड्राइवर सीट पर प्रवीण मित्तल था और बाकी लोग बेहोश पड़े थे। मित्तल ने लोगों को बताया कि परिवार पर भारी कर्ज है इसलिए हमने ज़हर खा लिया है। वह बुरी तरह से कांप रहा था और उसकी हालत गंभीर थी। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सभी को पंचकूला के एक निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां 6 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया और मित्तल को जब दूसरे हॉस्पिटल ले जाया गया तो उसने भी वहां दम तोड़ दिया।
टूर एंड ट्रैवल्स का बिजनेस हो गया था फेल
प्रवीण मित्तल ने देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का बिजनेस शुरू किया था, लेकिन वह नहीं चला। इसके बाद परिवार कर्ज के तले दबता चला गया। घर खर्च चलाना मुश्किल हो गया था। इसी वजह से वे काफी परेशान थे और मौत ही उन्हें इस परेशानी का हल नजर आई। फिलहाल पुलिस ने सभी के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया है और मामले की जांच जारी है।
प्रवीण की पत्नी रीना मित्तल के पिता राकेश बताते हैं कि कुछ महीने पहले परिवार सकेतरी शिफ्ट हुआ था। उनका कहना है कि परिवार करोड़ों के कर्ज में था, जिसके चलते उनकी आर्थिक स्थिति पर खासा असर पड़ा था। एक रिश्तेदार संदीप अग्रवाल बताते हैं कि परिवार करीब 9 साल पहले पंचकूला छोड़कर चला गया था। उन्होंने बताया कि मित्तल फ्लैट, कार और बड्डी स्थित फैक्ट्री समेत सारी संपत्ति छोड़कर चले गए। उन्होंने जानकारी दी कि परिवार पर 15-20 करोड़ रुपये का कर्ज था और उन्हें धमकियां मिल रही थीं।