होशियारपुर/दलजीत अजनोहा : पंजाब सरकार की कर्मचारियों व पेंशनरों की मांगों के प्रति टालमटोल की नीति के कारण कर्मचारी-पेंशनर समुदाय में सरकार के प्रति गहरा रोष व्याप्त है। सरकार बने तीन वर्ष निकल जाने के बाद भी सरकार की ओर कर्मचारियों व पेंशनरों को खैरात के अलावा कुछ नहीं दिया है। यह शब्द पंजाब अधीनस्थ सेवाएं फेडरेशन के ब्लाक अध्यक्ष नरिंदर अजनोहा, मक्खन सिंह लंगेरी, जिला नेता अमरजीत कुमार, परमजीत कातिब तथा मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन पंजाब की महासचिव बहन कमलजीत कौर ने जालंधर देश-भगत यादगार हाल में आयोजित रैली के लिए कर्मचारियों के एक समूह के साथ ब्लाक से रवाना होते समय व्यक्त किए। नेताओं ने कहा कि मजदूर, किसान, कर्मचारी और आम जनता समेत समाज का हर वर्ग पंजाब सरकार से दुखी है। कर्मचारी-पेंशनर वर्ग पुरानी पेंशन, वेतन आयोग व महंगाई भत्ते को लेकर सरकार की उदासीनता, 37 भत्ते काटे जाने, एसीपी, 2018 सेवा नियम, नई शिक्षा नीति, मिडिल स्कूल बंद न करने, मिड-डे मील वर्कर्स, आशा वर्कर्स व आंगनबाड़ी वर्कर्स के वेतन में बढ़ोतरी, आउटसोर्सिंग, सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों की भर्ती व नियमितीकरण, पेंशनर्स के लिए 2.59 मल्टीप्लायर, केंद्रीय वेतन आयोग को रद्द करने, पदों के आकार में कटौती, कंप्यूटर शिक्षकों को शिक्षा विभाग में विलय करने सहित कई अन्य जायज व उचित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ रोष जता रहा है। नेताओं ने मांग की कि पंजाब सरकार कर्मचारी-पेंशनर वर्ग की मांगों का जल्द समाधान करे। इस अवसर पर कर्मचारियों ने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर सतनाम सिंह, टेकचंद, गुरनाम चंद, ओंकार सिंह, सगली राम, सुरजीत सिंह, सुरिंदर सिंह, अमरजीत सिंह, विनोद कुमार, बलजीत सिंह, बलजिंदर सिंह, सरवन सिंह, गुरुमीत सिंह, मनजिंदर सिंह, रविंदर कुमार, सतपाल, परमिंदर सिंह, राजन, गुरमुख सिंह, राकेश कुमार, कुलदीप सिंह, ओम दत्त, गुरजीत सिंह, मंजीत सिंह बलविंदर कौर, सुरिंदर कौर, कुलविंदर कौर, हरबंस कौर, लवप्रीत कौर, राधा, गुरप्रीत कौर आदि बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।*