होशियारपुर/दलजीत अजनोहा : सरकारी अध्यापकों की अग्रणी संगठन, गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन, ब्लॉक कोट फतूही की विशेष बैठक ब्लॉक अध्यक्ष नरिंदर अजनोहा और महासचिव उंकार सिंह की अगुवाई में कोट फतूही में आयोजित हुई। बैठक को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार की बेरुखी के कारण राज्य के कर्मचारी और पेंशनभोगी इस साल भी ‘काली दिवाली’ मनाएंगे।नेताओं ने कहा कि सरकार के साढ़े तीन साल बीत जाने के बावजूद कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की मांगें ज्यों की त्यों बनी हुई हैं। इसमें पुरानी पेंशन बहाल करना, महंगाई भत्ता और वेतन आयोग का बकाया भुगतान, सभी प्रकार के अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करना, काटे गए 37 भत्ते और ए.सी.पी. बहाल करना, पेंशनभोगियों के लिए 2.59 गुणांक लागू करना, कंप्यूटर अध्यापकों को शिक्षा विभाग में विलय करना, केंद्रीय वेतन आयोग को रद्द करना समेत कई अन्य वैधानिक और न्यायसंगत मांगें शामिल हैं।उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इन मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है और कर्मचारियों-पेंशनभोगियों को नजरअंदाज कर रही है। संगठन ने घोषणा की कि 2 नवंबर को तरनतारन में झंडा मार्च, 8 नवंबर को जालंधर में आम बैठक, 16 नवंबर को संगरूर में राज्य स्तरीय रैली और 25 नवंबर को दिल्ली में आयोजित विरोध कार्यक्रमों में कर्मचारी और पेंशनभोगी बढ़-चढ़कर भाग लेंगे तथा सरकार को अपनी ताक़त दिखाएंगे।नेताओं ने पंजाब सरकार से अपील की कि कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की मांगों का समाधान कर उनके साथ न्याय करे।
इस मौके पर संदीप कुमार, मनजिंदर कुमार, गुरचरण सिंह, बलजीत सिंह, सुरिंदरपाल सिंह, राकेश रोशन, पवन सिंह, अजे कुमार आदि उपस्थित थे।