चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में पंजाब कैबिनेट की अहम बैठक हुई। इस बैठक में शहीदों के परिवारों, युद्ध में विकलांग होने वाले सैनिकों और पैरामिलिट्री फोर्सेज के जवानों, व्यापारियों और बुजुर्गों के लिए बड़े फैसले लिए गए। पंजाब कैबिनेट की बैठक के बाद पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार प्रदेश के बुजुर्गों को नांदेड़ साहिब, वाराणसी, तलवंडी साबो, ज्वालाजी, नैना देवी और चिंतपूर्णी की यात्रा करवाएगी। इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है. इस यात्रा के लिए 40 करोड़ रुपये का फंड रखा गया है। पंजाब सरकार लोगों को धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए विशेष ट्रेनें और वोल्वो बसें चलाएगी। 27 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व से ये स्कीम लॉन्च की जाएगी।
शहीदों की विधवाओं की पेंशन भी बढ़ाई : पंजाब में शहीदों की विधवाओं की पेंशन भी बढ़ाई गई है। उन्हें पहले 10 हजार पेंशन सालाना मिलती थी, जिसे बढ़ाकर अब 20 हजार रुपये कर दिया गया है। सेना और पैरामिलिट्री फोर्सेज में दिव्यांग होने वालों के लिए भी सरकारी अनुदान राशि बढ़ाई गई है। युद्धों में 76 से 100 फीसदी दिव्यांग होने वालों को पंजाब सरकार की और से मिलने वाली वित्तीय सहायता 20 लाख से बढ़ाकर 40 लाख रुपए और 51 से 75 फीसदी दिव्यांग होने वालों को 10 लाख की बजाय 20 लाख की राशि दी जाएगी। 25 फीसदी से 50 फीसदी दिव्यांग होने वाले 5 लाख की बजाय 10 लाख रुपये दिए जाएंगे. इसमें विभिन्न युद्धों में भाग लेने वाले लोग शामिल हैं।
पंजाब कैबिनेट बैठक में व्यापारियों को बड़ी राहत देते हुए लंबे समय से लंबित वैट के मुद्दे को हल करने के लिए ओटीएस योजना को भी मंजूरी दी गई है। पंजाब में कुछ महीने में निकाय चुनाव होने वाले हैं। इसके अलावा अगले साल लोकसभा चुनाव के दौरान भी आम आदमी पार्टी पंजाब की जनता के लिए पंजाब सरकार की और से किए गए जनहित के कामों का लेखा-जोखा लेकर चुनाव में जाना चाहती है। इसी वजह से माना जा रहा है कि जनहित में ये बड़े फैसले कैबिनेट में लिए गए हैं।