राजस्थान के जोधपुर जिले में पंजाब पुलिस के 12 पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। दरअसल बीते दिनों पंजाब पुलिस ने एमडीपीएस एक्ट के मामले में एक कार्रवाई की थी। आरोप है कि उस मामले में एक युवक को झूठा फंसाया गया है। क्योंकि उसने पुलिसकर्मियों को 15 लाख रूपए नहीं दिए थे। 9 मार्च को पंजाब की लुधियाना पुलिस ने एक प्रेस नोट जारी किया। जिसमें आरोपी मनवीर था। जब मनवीर के पिता को इस बारे में पता चला तो उनका कहना था कि उनके बेटे को पुलिस लुधियाना से उठाकर ले गई और उसके बाद झूठे मुकदमे में फंसा दिया।
सरकारी नौकरी की तैयारी : उन्होंने जोधपुर हाईकोर्ट में शिकायत कि जिसके बाद मामला दर्ज हुआ। पिता प्रेमाराम का कहना है कि उनका बेटा मनवीर जयपुर में रहकर सरकारी नौकरी की परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। 6 मार्च को वह जोधपुर के लिए निकला था। लेकिन वापस नहीं लौटा और न ही उसने फोन उठाया। 8 मार्च को उन्होंने मुकदमा भी दर्ज करवाया गुमशुदगी का।
15 लाख की डिमांड का आरोप : आरोप है कि मनवीर की बहन के पास 8 मार्च को एक कॉल आया जिसमें कॉल करने वाले ने 15 लाख की डिमांड की और कहा कि पैसे नहीं मिले तो बेटा फंस जाएगा। उसके बाद 9 मार्च को 2 किलो अफीम के साथ बेटे की गिरफ्तारी का पता चला।
इन पुलिसवालों के खिलाफ केस दर्ज : अब राजस्थान पहुंचने के बाद उन्होंने अलग – अलग इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चेक किया तो पता चला कि पुलिस ने मनवीर को लुधियाना से गिरफ्तार किया और इसके बाद उसे जोधपुर ले गई। इस मामले में पिता प्रेमाराम ने इंद्रजीत, एएसआई सुबेग सिंह, कॉन्स्टेबल मनजिंदर सिंह, गुरुपिंदर सिंह, सुखदीप सिंह, बसंतलाल, धनवंत सिंह, हरप्रित सिंह, सतनाम सिंह, थाने के मुख्य आरक्षक, एएसआई राजकुमार सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।