पाकिस्तान की सीमा से सटे राज्यों में आज मॉक ड्रिल की तैयारी की गई थी, लेकिन पंजाब में निर्धारित मॉक ड्रिल को अब स्थगित कर 3 जून 2025 को आयोजित किया जाएगा। इस मॉक ड्रिल के दौरान ब्लैकआउट और सायरन अलर्ट जैसी व्यवस्थाएं लागू की जाएंगी। लोगों से सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।
पंजाब में क्यों टली मॉक ड्रिल?
पहले पंजाब में यह मॉक ड्रिल आज ही होनी थी, लेकिन तकनीकी और प्रशासनिक कारणों के चलते इसे स्थगित कर दिया गया है। अब यह 3 जून 2025 (मंगलवार) को आयोजित की जाएगी। इस दिन ब्लैकआउट के साथ-साथ खतरे के सायरन बजाए जाएंगे और सुरक्षा एजेंसियां अपनी तैयारियों को परखेंगी।
क्या होता है मॉक ड्रिल का उद्देश्य?
मॉक ड्रिल का उद्देश्य आम जनता और सुरक्षा एजेंसियों को किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना है। यह ड्रिल लोगों को सुरक्षित रहने के उपाय सिखाने और सामूहिक प्रतिक्रिया प्रणाली को मजबूत करने का प्रयास है।
ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि
यह मॉक ड्रिल हाल ही में भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ की गई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रतिक्रिया में हो रही है, जो कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद की गई थी। इसके तहत भारत ने 7 मई को देशभर के 244 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित की थी। उस दिन पूरे देश में ब्लैकआउट किया गया था और पाकिस्तान द्वारा किए गए ड्रोन हमलों को नाकाम किया गया था।
भारत ने जवाबी कार्रवाई में कई आतंकी ठिकानों को नष्ट कर पाक को करारा जवाब दिया था। अब एक बार फिर पंजाब जैसे सीमावर्ती राज्यों में इस तरह की मॉक ड्रिल की जा रही है ताकि जनता को सतर्क और तैयार रखा जा सके।
नागरिकों के लिए जरूरी निर्देश:
– मॉक ड्रिल के दौरान ब्लैकआउट हो सकता है, घबराएं नहीं।
– प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अफवाहों से बचें।
– सतर्क रहें और अपने आस-पास की गतिविधियों पर ध्यान दें।
पंजाब में मॉक ड्रिल भले ही आज स्थगित कर दी गई हो, लेकिन 3 जून को यह अभ्यास पूरी सुरक्षा और सावधानी के साथ किया जाएगा। यह ड्रिल न केवल सुरक्षा बलों की तैयारी की जांच है, बल्कि आम नागरिकों के लिए एक चेतावनी और जागरूकता अभियान भी है।