चंडीगढ़ : पंजाब में 13 लोकसभा सीट और चंडीगढ़ की एकमात्र सीट के लिए कल शनिवार को मतदान होगा, जिसमें ‘इंडिया गठबंधन’ के सहयोगी दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) अलग-अलग चुनाव लड़ेंगी तथा शिरोमणि अकाली दल (शिअद) तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी चुनाव मैदान में अकेले उतरने का फैसला किया है।
चुनाव मैदान में प्रमुख उम्मीदवार चार बार की सांसद परनीत कौर, पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, तीन बार की सांसद हरसिमरत कौर बादल और रवनीत सिंह बिट्टू हैं। भाजपा और शिअद 1996 के बाद राज्य में पहली बार अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उधर, ‘इंडिया गठबंधन’ के दो दलों (कांग्रेस और आप) ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं। सुखबीर बादल के नेतृत्व वाला शिअद कृषि कानूनों (अब निरस्त) को लेकर 2020 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से बाहर आ गया था।
कांग्रेस, आप, शिअद और भाजपा के अलावा शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं। भाजपा प्रत्याशी एवं चार बार की सांसद परनीत कौर एक बार फिर पटियाला संसदीय सीट से संसद पहुंचने की कोशिश में जुटी हैं। तीन बार की सांसद और शिअद की हरसिमरत कौर बादल और भाजपा प्रत्याशी पूर्व आईएएस अधिकारी परमपाल कौर सिद्धू बठिंडा से अपनी राजनीतिक किस्मत आजमा रही हैं, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार चन्नी और भाजपा उम्मीदवार सुशील रिंकू जालंधर (आरक्षित) निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में हैं।
गुरदासपुर से पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा (कांग्रेस) और भाजपा उम्मीदवार दिनेश बब्बू चुनाव लड़ रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग लुधियाना से भाजपा के रवनीत सिंह बिट्टू के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद कट्टरपंथी सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह खडूर साहिब से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि पूर्व राजनयिक और भाजपा उम्मीदवार तरनजीत सिंह संधू एवं कांग्रेस उम्मीदवार गुरजीत सिंह औजला अमृतसर से चुनाव लड़ रहे हैं।
आप ने पांच कैबिनेट मंत्रियों–कुलदीप सिंह धालीवाल (अमृतसर), लालजीत सिंह भुल्लर (खडूर साहिब), गुरुमीत सिंह खुड्डियां (बठिंडा), गुरुमीत सिंह मीत हेयर (संगरूर) और बलबीर सिंह (पटियाला) को मैदान में उतारा है।
कांग्रेस उम्मीदवार सुखपाल खैरा संगरूर से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि फरीदकोट सीट में आप से करमजीत सिंह अनमोल और भाजपा से हंस राज हंस चुनाव मैदान में हैं। शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के प्रमुख सिमरनजीत सिंह मान संगरूर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और सरबजीत सिंह खालसा फरीदकोट आरक्षित संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। वे दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के दो हत्यारों में से एक बेअंत सिंह के बेटे हैं।
2019 में कांग्रेस ने जीती थी 9 सीटें :
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 13 लोकसभा सीट में से आठ सीट हासिल की थीं। तब गठबंधन में चुनाव लड़ते हुए अकाली दल और भाजपा ने दो-दो सीट जीती थीं। आम आदमी पार्टी को सिर्फ संगरूर सीट मिली थी। चुनाव अधिकारियों के अनुसार, 13 लोकसभा सीट के लिए कुल 24,451 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक चलेगा। इस चरण में 2.14 करोड़ से अधिक मतदाता हैं।
26 महिलाओं सहित कुल 328 उम्मीदवार मैदान में : अधिकारियों ने बताया कि पंजाब में 26 महिलाओं सहित कुल 328 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि चंडीगढ़ में दो महिलाओं सहित 19 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
चंडीगढ़ में टंडन व तिवारी के बीच मुकाबला : चंडीगढ़ में भाजपा उम्मीदवार संजय टंडन का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी से है।
मतदान के लिए 70 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात : पंजाब में मतदान के मद्देनजर केंद्रीय बलों के जवानों सहित करीब 70 हजार सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी ने बताया कि मतदान के लिए 1.20 लाख चुनाव कर्मियों को तैनात किया गया है। 13 लोकसभा सीटों पर मतदान शनिवार सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक जारी रहेगा।
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यहां बताया कि राज्य में कुल 2,14,61,739 मतदाता हैं, जिनमें 1,12,86,726 पुरुष, 1,01,74,240 महिलाएं और 773 ट्रांसजेंडर शामिल हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब में 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान मतदाताओं की कुल संख्या के मुकाबले इस बार सात लाख अधिक मतदाता मतदान करेंगे। नोडल अधिकारी और आईपीएस अधिकारी एम.एफ फारूकी भी मौजूद थे।
अधिकारी ने बताया कि 5,38,715 मतदाता 18 से 19 साल के आयु वर्ग के हैं, जो पहली बार मतदान करने के लिए पात्र हैं। उन्होंने कहा कि एक जून को होने वाले चुनाव के लिए 70 फीसदी से ज्यादा मतदान का लक्ष्य रखा गया है। पंजाब में 2019 लोकसभा चुनाव में 65.96 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो राष्ट्रीय औसत से कम था।
उन्होंने मतदान के मद्देनजर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती को लेकर कहा कि राज्य पुलिस बल, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और होमगार्ड सहित लगभग 70 हजार सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कुल 24,451 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और इनमें से 5,694 की पहचान संवेदनशील मतदान केंद्र के रूप में की गयी है।
अधिकारी ने बताया कि भीषण गर्मी के मद्देनजर मतदान केंद्रों पर पीने का पानी, छाया के लिए तिरपाल, छबील (मीठा पानी) और मेडिकल किट की व्यवस्था की गई है।