नवांशहर। पंजाब रोडवेज पनबस, पीआरटीसी काट्रैक्ट वर्कर्ज यूनियन डिपो वर्करों की ओर से साथियों की रिपोर्ट के खिलाफ शुरू की गई हड़ताल के चलते यूनियन की ओर से दूसरे दिन शनिवार को भी बसों का चक्का जाम रखा। इस दौरान यूनियन की ओर से दो घंटे के लिए अड्डा बंदकर प्रदेश सरकार व मैनेजमैंट के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान प्राइवेट बसों में काफी भीड़ रही। जबकि लोगों को काफी परेशानी हुई। लोगों को घंटों-घंटों इंतजार करने के बाद बसें मिली तथा वह अपने टिकानों पर पहुंचे। बता दें कि यह हड़ताल पंजाब रोडवेज पनबस व पीआरटीसी कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन द्वारा बटाला डिपो के कंडक्टर के खिलाफ चैकिंग स्टाफ ने चैकिंग के दौरान कंडक्टर की रिपोर्ट करने के विरुद्ध, कच्चे मुलाजिमों को बिना वजह परेशान करने, कच्चे मुलाजिमों से धक्के से काम लेने, गुलामों जैसा सलूक करने व बिना बताए नौकरी से निकालने या रूट आफ करने व किए गए काम की तनख्वाह हर महीने टाइम पर न देने के रोष स्वरूप की गई। इस दौरान कुल हिंद किसान सभा के जिला प्रधान बलवीर जाडला ने हड़ताल को समर्थन किया। प्रधान हरदीप सिंह काहलों ने कहा कि इस सरकार से लोगों को बहुत उम्मीदें थीं कि आम आदमी की सरकार आने पर हर एक का भविष्य साफ सुथरा हो जाएगा, लेकिन नई सरकार आने से हर वर्ग का भविष्य धुंधला हो रहा है। क्योंकि जो भ्रष्ट अफसर व अन्य कर्मचारी इन पब्लिक अदारों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्हें पकड़ने के लिए व इसे सही करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे। इस दौरान यूनियन में मांग की कि बटाला डिपो के कंडक्टर के खिलाफ चैकिंग स्टाफ ने चैकिंग के दौरान कंडक्टर की रिपोर्ट रद्द की जाए। अवैध रूप से की गई बदलियां रद्द की जाएं। कच्चे मुलाजिमों को सर्विस रूलों से रैगुलर किया जाए। रिपोर्ट की कंडिशनें लगाकर नौकरी से निकाले मुलाजिमों को बहाल किया जाए तथा कंडिशनें रद्द की जाएं। मौके पर बलविंदर सिंह, महेश कुमार, जसदेव सिंह, रजत कुमार, जसदीप सिंह, परमजीत सिंह आदि मौजूद रहे।
दो घंटे रखा अड्डा बंद ,पुलिस अधिकारियों की कर्मचारियों के साथ हुई झड़प :
पंजाब रोडवेज पनबस, पीआरटीसी काट्रैक्ट वर्कर्ज यूनियन डिपो वर्करों की ओर से अपनी मांगों के संबंध में दोपहर 12 बजे से लेकर 2 बजे बस अड्डे के आगे बसें लगाकर अड्डे को बंद कर दिया। अड्डे के बंद होने की सूचना मिलते ही डीएसपी रणजीत सिंह व एसएचओ सिटी सतीश कुमार मौके पर पहुंच गए। तथा अड्डा खुलवाने के लिए वर्करों पर दवाब बनाना शुरू कर दिया। जिसका वर्करों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए विरोध किया तथा उन्होंने वापिस लौटना पड़ा।
वोट डालने जा रहे थे बिलासपुर -संजीव
लुधियाना से आए संजीव कुमार ने कहा कि उन्होंने बिलासपुर में अपने गांव हिमाचल विधानसभा चुनावों में योगदान डालने के लिए वोट डालने जाना था। जिसके लिए उन्होंने यहां से रोपड़ की बस लेनी थी। लेकिन वह सुबह करीब साढे 9 बजे नवांशहर बस अड्डे पर पहुंच गए। जहां पर उन्हें करीब ढेड घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी बस नहीं मिली।
चंडीगढ़ जाने के लिए काफी समय करना पड़ा इंतजार :
बंगा से आए गुरविंदर ने कहा कि उन्हें अपने किसी जरूरी काम के लिए चंडीगढ़ जाना है, लेकिन उन्हें अड्डे पर खड़े हुए काफी समय हो गया लेकिन उन्हें बस नहीं मिली। उन्होंने कहा कि सरकार को लोगों की समस्या को देखते हुए इसका हल करना चाहिए। ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो सके।