नशा छूड़ाओ पंजाब बचाओ के नारों के साथ युवाओं को संकल्प दिलाया गया : आशुतोष
आजाद ने आजाद नारों के साथ बुलंद की थी आजाद आवाज : आशुतोष
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा : श्री भगवान परशुराम सैना & हिन्दू संघ सहित अखिल भारतीय ब्राम्हण एकता परिषद द्वारा प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष शर्मा की अध्यक्षता में शहीद चंद्रशेखर आजाद के जन्म दिवस को संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया । शर्मा ने नशा छुड़ाओ पंजाब बचाओ के नारे के साथ युवाओं को नशे के कुष्ठ से दूर रहने तथा समाज को भ्रष्ट्राचार मुक्त बनाने का संकल्प दिलाया ।
आशुतोष शर्मा ने कहां की युवाओं को पंजाब में नशा समाप्त करने के लिए हर घर से आगाज करना होगा और पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए हर समय तत्पर रहना होगा। उपस्थित गणमान्यों ने शहीद आजाद के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की । इस दौरान वक्ताओं ने भारत माता की जय, वंदे मातरत के नारे लगाये, दुश्मनों की गोलियों का सामना करेंगे आजाद थे, आजाद है ,आजाद रहेंगे, नशा छू डाओ पंजाब बचाओ।राजिंदर राणा उपाध्यक्ष शिव सेना हिन्दोस्तान ने कहा कि शहीद चंद्रशेखर आजाद नौजवानों के लिए एक ऐसा प्रकाश पुंज है जिसकी रोशनी सदा हमें सेवा का रास्ता दिखाती है और नौजवानों के दिलों में देश के लिए सब कुछ कुर्बान करने का जज्बा पैदा करती है। राजिंदर रत्न ने कहा कि आजाद जी ने 14 वर्ष की आयु में बनारस जा कर संस्कृत पाठशाला में शिक्षा ग्रहण की। 1920 में आजाद जी गांधी जी के आन्दोलन से जुड़े और गिरफ्तार हुए तब उन्हें जज के सामने पेश किया गया तो उन्होंने अपना नाम आजाद, पिता का नाम स्वतंत्रता और जेल को उनका निवास बताया।
दीपक कुमार ने कहा चंद्रशेखर आजाद के क्रांतिकारी जीवन को दो हिस्सों में बांटा जा सकता है। पहला हिस्सा काकोरी कांड (1923) तक है जहां तक उन्होंने शचींद्रनाथ सान्याल, बिस्मिल जैसों के साथ मिलकर काम किया। काकोरी की घटना के लिए बिस्मिल,अशफाकुल्लाह खां, रोशन सिंह और राजेंद्र लाहिड़ी को फांसी की सजा दी गई थी। आजाद HRA के इकलौते ऐसे बड़े नेता थे जो गिरफ्तारी से बचने में कामयाब रहे थे। युवाओं को प्रण दिलाया गया कि वो समाज से नशों के कोहड़ से दूर रहेंगे व लोगों को नशों से दूर रहने का प्रण लिया।शर्मा ने कहा कि आज की पंजाब सरकार द्वारा शहीदों में भी भेदभाव किया जा रहा है, कहीं भी, किसी भी सरकारी विभागों द्वारा शहीद आज़ाद जी के जन्म दिवस पर कोई भी कार्यक्रम देखने को नहीं मिला जो बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है, सेना द्वारा लिखित रूप में रोष व्यक्त किया जायगा । इस अवसर पर अर्जुन पंडित, अजय शर्मा, राजीव शर्मा, अश्वनी शर्मा, अजय कुमार, रोहित कुमार, दीपक कुमार, पंकज वसिष्ट, सौरव आदि उपस्थित थे।