होशियारपुर, 06 नवंबर:
जिले में पराली जलाने के रुझान को रोकने के लिए पिछले कुछ दिनों से डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल सहित पूरा जिला प्रशासन फील्ड में उतरा हुआ है और ब्लाक स्तर पर जाकर गांवों में किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरुक कर रहा है। इसी कड़ी में डिप्टी कमिश्नर ने आग गढ़शंकर उप मंडल के गांव डगाम, देनोवाल खुर्द व भज्जलां का दौरा किया क्योंकि इन गांवों में आग लगाने की घटनाएं सामने आई थी। इस दौरान उनके साथ एस.डी.एम गढ़शंकर प्रीतइंदर सिंह बैंस भी मौजूद थे।
डिप्टी कमिश्नर ने इस दौरान जब गांव डगाम का दौरा किया तो देखा कि एक खेत में पराली को आग लगी हुई थी। इस दौरान डिप्टी कमिश्नर अपनी गाड़ी रुकवा कर अपने साथ अधिकारियों, स्टाफ व संबंधित किसान को लेकर आग बुझाई व उसे दोबारा ऐसा न करने को कहा। उन्होंने गांव के किसानों को बुलाकर समझाया कि किस तरह पराली को जलाने से जमीन के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इसके बाद उन्होंने गांव देनोवाल कलां का दौरा किया जहां रविवार आग लगाने के घटनाएं सामने आई थी। उन्होंने किसानों की बैठक कर उनकी समस्याएं सुनी व मशीनरी न मिलने संबंधी उनकी मांग का मौके पर ही हल करवाया। इसके बाद उन्होंने गांव भज्जलां में उन किसानों के खेतों का भी दौरा किया, जिनकी ओर से पराली को बिना आग लगाए सुपर सीडर की मदद से गेहूं की बुआई की जा रही थी।
कोमल मित्तल ने किसानों को पराली को आग न लगाकर इसको अलग-अलग तरीकों के साथ प्रबंधन करने की अपील की। उन्होंने किसानों को अपील करते हुए अपने जिले में मौजूद मशीनरी की मदद से इसका योग्य प्रबंधन करने पर जोर दिया। उन्होंने समूह एस.डी.एम्ज, कलस्टर अधिकारियों, कृषि विभाग के अधिकारियों को किसानों की हर संभव मदद व खेतों के लगातार दौरे के निर्देश दिए ताकि जिले में पराली को आग लगाने की घटनाएं न हो। उन्होंने किसानों को ब्लाक में स्थापित कस्टम हायरिंग सैंटर में उपलब्ध पराली प्रबंधन मशीनरी का अधिक से अधिक लाभ लेने की अपील की व किसानों को जिला प्रशासन के पराली प्रबंध अभियान में भरपूर साथ देने की उम्मीद जताई। उन्होंने बताया कि सी.आर.एम स्कीम के अंतर्गत ब्लाक के अलग-अलग गांवों में पराली प्रबंधन के लिए मशीने सब्सिडी पर मुहैया करवाई गई हैं। यदि किसी किसान को पराली प्रबंधन के लिए मशीन की जरुरत है तो वह ब्लाक कृषि कार्यालय में संपर्क करें परंतु किसी भी हालत में पराली को आग न लगाएं व वातावरण की शुद्धता बरकरार रखने में अपना बहुमूल्य योगदान दें। इस मौके पर उनके साथ तहसीलदार गढ़शंकर लखविंदर सिंह, ए.डी.ओ गढ़शंकर गुरिंदर सिंह व ए.डी.ओ माहिलपुर हरप्रीत सिंह के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।