भारी बाढ़ और भूस्खलन के आधार पर मेगा मॉक एक्सरसाइज आयोजित
चंबा, 14 जून : आठवीं राज्य स्तरीय मेगा मॉक एक्सरसाइज के तहत उपायुक्त एवं रिस्पांसिबल अधिकारी मुकेश रेपसवाल की अगुवाई में आज चंबा में पांच विभिन्न स्थानों पर भारी बाढ़ और भूस्खलन के आधार पर मेगा मॉक एक्सरसाइज का आयोजन किया गया।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र शिमला द्वारा प्रातः 9:00 बजे ट्रिगर दबाकर सूचित किया गया कि चंबा में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं से 5 विभिन्न स्थानों पर भारी बाढ़ और भूस्खलन हुआ है।
आपदा के बारे में सूचित किया गया कि परेल घार , शीतल पुल के समीप माई का बाग, पक्का टाला के समीप साल खड्ड, चेमरा पावर स्टेशन-2 के समीप होटल एरीना तथा क्याणी- राजपुरा गांव में लोग फंसे हुए दर्शाए गए ।
उपायुक्त एवं रिस्पांसिबल अधिकारी मुकेश रेपसवाल ने ज़िला आपातकालीन परिचालन केंद्र से मेगा मॉक एक्सरसाइज की निगरानी करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए तथा स्वयं स्टेजिंग एरिया पर जाकर राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया।
स्टेजिंग एरिया, रिलीफ एवं मेडिकल कैंप को पुलिस मैदान बारगाह में बनाया गया।
आपदा की सूचना मिलते ही त्वरित कार्यवाही करते हुए सभी हितधारक विभागों के गठित दलों ने आवश्यक मशीनरी और सहायक उपकरणों सहित स्टेजिंग एरिया से राहत एवंं बचाव कार्यों के लिए घटनास्थल की और प्रस्थान किया। बचाव दल के साथ एक चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ और एंबुलेंस को भी रवाना किया गया।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्टेजिगं एरिया में भी चिकित्सा शिविर स्थापित कर घायलों का प्राथमिक उपचार किया ।
राहत एवंं बचाव दल में प्रदेश पुलिस, होमगार्ड के जवानों सहित आपदा मित्र, एनसीसी, एनएसएस तथा गैर सरकारी संगठनों के स्वयं सेवकों को भी शामिल किया गया। सैन्य बलों तथा अर्ध सैन्य बलों के अधिकारियों ने पर्यवेक्षक के रूप में भाग लिया ।
मेगा मॉक एक्सरसाइज के दौरान परेल घार , शीतल पुल के समीप माई का बाग, पक्का टाला के समीप साल खड्ड, चेमरा पावर स्टेशन-2 के समीप होटल एरीना तथा गांव क्याणी- राजपुरा में राहत एवं बचाव कार्य किए गए। आपदा में घायलों तथा प्रभावित हुए लोगों को पुलिस मैदान बारगाह में बनाए गए मेडिकल एवं रिलीफ कैंप लाया गया।
इसके अतिरिक्त ज़िला के सभी उप मंडलों में भी भूस्खलन और बाढ़ को आधार मानकर राहत एवं बचाव कार्य चलाए गए।
इनमें भरमौर उप मंडल के तहत पर
प्रघांला नाला, भटियात के तहत गाहर, चुराह के तहत शिकारी नाला, सालूणी के कुंडी तथा पांगी के ऊर्नु को शामिल किया गया ।
उपायुक्त एवं रिस्पांसिबल अधिकारी मुकेश रेपसवाल ने कहा कि ऐसे पूर्वाभ्यास कार्यक्रम वास्तविक आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्य में अपने महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं।
सभी हित धारक विभागों के अधिकारियों को अपनी-अपनी भूमिका का पहले से ही पता रहता है।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव, सहायक आयुक्त
पीपी सिंह, कमांडेंट होमगार्ड विनोद धीमान, एसडीएम चंबा अरुण शर्मा सहित ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से संबंधित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।