बठिंडा। जिले के गांव भाई बख्तौर में पूर्व सैनिक की टांगें तोड़ने के मामले में फरार तीसरे आरोपित 10 दिन बाद भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। उधर, नशा तस्करों द्वारा पूर्व सैनिक रणवीर सिंह की टांगें तोड़ने के बाद ‘गांव बिकाऊ है’ का पोस्टर लगाने वाले युवक लखवीर सिंह को भी लगातार धमकियां मिलनी शुरू हो गई हैं।
सोमवार को लखवीर सिंह गांववासियों के साथ डीआईजी बठिंडा रेंज से मिलने बठिंडा पहुंचा। उसने डीआईजी हरजीत सिंह को धमकी देने वाले लोगों के बारे में जानकारी दी।
इस मौके पर युवक लखवीर सिंह ने कहा कि जब नशा तस्करों ने पूर्व सैनिक की टांगे तोड़ी थीं, तो उसने विरोध स्वरूप गांव बिकाऊ के पोस्टर लगाए थे। पीड़ित ने बताया कि इसके बाद गांव वालों ने एक बड़ी सभा कर अपनी एकता दिखाते हुए उसके साथ खड़े होने का फैसला किया।
जिसके बाद उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं। उसने बताया कि इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने वाला तीसरा आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जिसके चलते हो सकता है कि उसके गिरोह द्वारा उसे धमकियां दी जा रही हों।
वीडियो पर युवक ने बताया कि इस वारदात के बाद गांव में डर पैदा हो गया है। उसने बताया कि फेसबुक पर कमेंट करके उसे लगातार धमकियां दी जा रही हैं, जिसके चलते उसके परिवार के लोग मानसिक रूप से परेशान हैं। पीड़ित ने बताया कि उसे धमकियां दी जा रही हैं कि एक-दो दिन में उसे जान से मार दिया जाएगा।
उसने बताया कि राज्य में नशा तस्करों का एक बड़ा गिरोह काम कर रहा है और हो सकता है कि उसे वही गिरोह धमकियां दे रहा हो। उसने डीआईजी हरजीत सिंह को लिखित शिकायत देकर धमकी देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उसने बताया कि पुलिस अधिकारी ने उसे न्याय दिलाने का भरोसा दिया है।
जिले के गांव भाई बख्तौर में बीती 31 मई को तीन नशा तस्करों ने पूर्व सैनिक रणवीर सिंह पर हमला कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो हमलावरों कुलदीप सिंह काला और गुरप्रीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उनका तीसरा साथी अभी फरार है।
इस घटना के बाद बठिंडा पुलिस ने दावा किया था कि पूर्व सैनिक पर हमला करने वाले तीसरे आरोपी की पहचान कर ली गई है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा, लेकिन इस घटना को 10 दिन बीत जाने के बावजूद भी आरोपित अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिसके चलते ग्रामीणों में अभी भी डर का माहौल है। गौरतलब है कि पूर्व सैनिक रणवीर सिंह गांव में नशे की बिक्री का विरोध कर रहे थे। जिसके चलते उन पर जानलेवा हमला किया गया।