मंडी 12 मार्च। स्वास्थ्य मंत्री डॉ कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा कि एक समर्थ, सशक्त और स्वस्थ हिमाचल बनाना प्रदेश सरकार का संकल्प है। इसी दृष्टिकोण से प्रदेश में जन स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने को लेकर कार्य किया जा रहा है। डॉ शांडिल शिवरात्रि मेले की मध्य जलेब के अवसर पर पड्डल में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष के अंत तक प्रदेश की सभी 68 विधानसभाओं में एक स्वास्थ्य संस्थान को आदर्श संस्थान के तौर पर स्तरोन्नत कर दिया जाएगा। वहां लोगों को विशेषज्ञ डॉक्टर और अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। सरकार प्रदेश में एयर एबुलैंस सेवाएं उपलब्ध करवाने को दिशा में भी काम कर रही है। इसी दृष्टिकोण से स्वास्थ्य संस्थानों का ढांचागत विकास किया जा रहा है।
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री 9 मार्च से 15 मार्च तक मनाए जा रहे शिवरात्रि महोत्सव की मध्य जलेब में शामिल हुए। इस दौरान उनकी सपुत्री डॉ दीपाली धौल भी उनके साथ रही। उन्होंने राजदेवता माधोराय मंदिर में पूजा अर्चना की। देव ध्वनियों के साथ राजदेवता माधोराय के मंदिर से शुरू होकर मध्य जलेब पड्डल मैदान में सम्पन्न हुई।
डॉ शांडिल ने कहा कि मंडी का शिवरात्रि मेला देवी-देवताओं का मेला है। यह बड़ी खुशी की बात है कि आज भी इसमें, मेले की जो पुरानी परंपराएं हैं, उन्हें पूरे मान-सम्मान के साथ, पूरी श्रद्धा से निभाया जाता है। उन्होंने मेले शुभारंभ पर मुख्यमंत्री द्वारा देवी-देवताओं के नजराने और बजंतरियों के मानदेय में जो 10-10 फीसदी बढ़ोतरी की घोषणा के लिए सभी को मुबाकरबाद दी।
उन्होंने कहा कि हिमाचली संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ साथ कांग्रेस सरकार हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मजबूती से काम कर रही है। सरकार ने सिर्फ 14 महीनों में 5 गारंटियां पूरी कर ली हैं। ओपीएस बहाल करने की गारंटी पूरी करके हमारी सरकार ने लगभग एक लाख 36 हज़ार एनपीएस कर्मचारियों को ओपीएस की सौगात दी। युुवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के अपने दूसरे वायदे को पूरा करते हुए हमने 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्वरोज़गार स्टार्टअप योजना शुरू की। तीसरी गारंटी में सरकारी स्कूलों में पहली क्लास से इंग्लिश मीडियम आरंभ किया गया है। वहीं, चौथी गांरटी पूरा करते हुए हिमाचल दूध पर एमएसपी देने वाला देश का पहला राज्य बना है। और अब इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना आरंभ कर हमारी सरकार ने अपनी पांचवी गारंटी पूरी कर ली है। इस योजना में 18 साल से अधिक की सभी पात्र बहनों व माताओं को हर महीने 1500 रुपये प्रदान किए जायेंगे।
उन्होंने कहा कि हिमाचल देश का ऐसा पहला राज्य बना है जिसने अनाथ बच्चों व बेसहारा वर्गोें के लिए कानून के तहत योजना बनाई है। हमने मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना शुरू कर 4 हज़ार अनाथ बच्चों को चिल्डर्न ऑफ स्टेट के रूप में अपनाया है। सरकार ही इन बच्चों की माता और सरकार ही पिता है। उनकी देख-रेख तथा शिक्षा का जिम्मा हमारी सरकार उठा रही है।
उपायुक्त एवं मेला कमेटी के अध्यक्ष अपूर्व देवगन ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और मेले के विविध आयोजनों की जानकारी दी।
इस अवसर पर धर्मपुर के विधायक चंद्रशेखर, एपीएमसी अध्यक्ष संजीव गुलेरिया, महापौर वीरेन्द्र भट्ट, जिला परिषद सदस्य चंपा ठाकुर, पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा और अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।