जालंधर/होशियारपुर/दलजीत अजनोहा : नेचर फेस्ट 2025 के भव्य आयोजन में प्रसिद्ध लेखक हरकीरत सिंह संधर ने अपनी नवीनतम पुस्तक “ज़िला होशियारपुर: पंजाब का नगीना” का विमोचन किया। इस पुस्तक का अनावरण डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल और अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर निकास कुमार ने किया। इस मौके पर कई गणमान्य अतिथि और साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर, संधर ने पुस्तक लिखने की प्रेरणा साझा करते हुए बताया कि उन्होंने पहली बार अपने ताऊ अवतार सिंह संधर की लाइब्रेरी में रसल हमजाटो की “मेरा दागेस्तान” पढ़ी, जिससे उन्हें यह पुस्तक लिखने की प्रेरणा मिली। होशियारपुर के इतिहास के प्रति गहरी रुचि के चलते उन्होंने छह वर्षों तक गहन शोध किया और ज़िले की सांस्कृतिक विरासत, लोककथाओं, ऐतिहासिक महत्व और सिंधु घाटी सभ्यता से इसके संबंध को विस्तार से दस्तावेज़ीकृत किया।
प्रसिद्ध पत्रकार संजीव कुमार ने संधर के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह पुस्तक होशियारपुर की गौरवशाली ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने लेखक की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पुस्तक स्थानीय परंपराओं, लोक कलाओं और लोगों की संघर्षशीलता को उजागर करती है, जिससे यह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अमूल्य धरोहर बन जाएगी।
इस आयोजन में डॉ. कुलविंदर पन्नू सहित कई प्रतिष्ठित हस्तियां उपस्थित रहीं, जिन्होंने संधर की साहित्य और इतिहास के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की। डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल और अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर निकास कुमार की उपस्थिति ने इस अवसर की गरिमा और बढ़ा दी। उन्होंने इस पुस्तक को होशियारपुर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत की एक विस्तृत प्रस्तुति बताते हुए लेखक को बधाई दी।
“ज़िला होशियारपुर: पंजाब का नगीना” के माध्यम से, हरकीरत सिंह संधर ने पाठकों को एक अद्वितीय साहित्यिक रत्न प्रदान किया है, जो इस क्षेत्र की विरासत, आध्यात्मिक महत्व और पंजाब के समृद्ध इतिहास में इसके योगदान को उजागर करता है। इस तरह, नेचर फेस्ट 2025 में इस पुस्तक का विमोचन एक अविस्मरणीय क्षण बन गया।