लुधियाना : लुधियाना के हलवारा में बॉडी बिल्डर पवनप्रीत सिंह मुल्लांपुर की मौत मामले में नामजद प्रेमिका किरनदीप कौर समेत सात आरोपियों को थाना सुधार की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हलवारा के सरपंच सुखविंदर सिंह और मुल्लांपुर के पटवारी कुलदीप सिंह अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। थाना सुधार के प्रभारी जसविंदर सिंह ने बताया कि किरनदीप कौर के मामा के बेटे मनजोत सिंह उर्फ जोत निवासी ताजपुर को पनाह देने के आरोप में नामजद किया गया है। उसे भी गिरफ्तार कर लिया है। किरनदीप और उसका परिवार पुलिस से बचने के लिए श्री आनंदपुर साहिब और हिमाचल के नयना देवी आदि धार्मिक स्थलों में छिपते फिर रहे थे।
पवनप्रीत सिंह की प्रेमिका किरनदीप कौर, पिता राजिंदर सिंह राजा, मां कुलदीप कौर, बहन सुखविंदर कौर एवं हरदीप कौर, भाई गुरचरण सिंह चन्ना (सभी निवासी हलवारा) और किरनदीप कौर का ममेरा भाई मनजोत सिंह उर्फ जोत निवासी गांव ताजपुर को ग्रिफ्तार कर लिया हैं। जसविंदर सिंह ने बताया कि आरोपियों को रविवार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश करके रिमांड की मांग की जाएगी। डीजीपी पंजाब गौरव यादव की ओर से आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का भरोसा देने के बाद 2 अप्रैल को परिवार ने हजारों नम आंखों के बीच पवनप्रीत सिंह के शव का पैतृक गांव मुल्लांपुर में अंतिम संस्कार कर दिया था। मुकदमे के अन्य नामजद आरोपी मुल्लांपुर गांव के पटवारी कुलदीप सिंह और मुख्य आरोपी किरनदीप कौर की बहन सुखविंदर कौर ने 4 अप्रैल को लुधियाना सेशंस कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दाखिल की थी। जिला अदालत ने दोनों की जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए 9 अप्रैल का दिन निर्धारित करते हुए सुधार थाना पुलिस को मुकदमे की फाइल समेत उपस्थित रहने का निर्देश दिया था, लेकिन सुखविंदर कौर को भी सुधार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पवनप्रीत ने 28 मार्च को हलवारा में अपनी प्रेमिका के घर के सामने सल्फास की पूरी बोतल पी थी और 30 मार्च को चंडीगढ़ के सेक्टर 32 स्थित सरकारी अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी।
प्रेम में दस साल से थे दोनों : मुल्लांपुर गांव का पवनप्रीत सिंह बॉडी बिल्डर और बाउंसर है। पिछले 10 साल से वह किरनदीप कौर के साथ प्यार में था और दोनों ने शादी करने का फैसला किया था। पवनप्रीत के खिलाफ 2023 में थाना दाखा की पुलिस ने नशा बरामदगी का केस दर्ज किया था। इसके बाद दाखा पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। इस घटना के बाद उसकी प्रेमिका ने पवनप्रीत से मुंह मोड़ लिया। करीब 6 महीने पहले पवनप्रीत सिंह जमानत पर जेल से बाहर आ गया और उसने प्रेमिका से मिलने और शादी करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। युवती का परिवार इसके सख्त खिलाफ हो गया और खुद पवनप्रीत की प्रेमिका ने भी शादी से साफ इंकार कर दिया।
युवती और उसके परिजनों ने शादी से साफ कर दिया था इंकार :
युवती का कहना था कि अगर उसे अदालत से सजा मिल गई तो दोनों की जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। 27 मार्च को पवनप्रीत अपने परिवार के साथ शादी का प्रस्ताव लेकर युवती के घर आ गया। युवती और उसके परिजनों ने शादी से साफ इंकार कर दिया तो पवनप्रीत निराश होकर लौट गया। शनिवार सुबह पवनप्रीत अपनी स्कार्पियो कार में अकेला युवती के गांव आया, लेकिन किसी ने उसे अंदर दाखिल नहीं होने दिया। पवनप्रीत ने सोशल मीडिया पर लाइव होकर कहा कि कोई किसी को प्यार मत करना मैंने किया था और आज मुझे मरना पड़ रहा है ”अलविदा”।