एएम नाथ। शिमला : बहुचर्चित बंबर ठाकुर गोलीकांड में पुलिस की एसआईटी ने दो और गिरफ्तारियां की हैं। आरोपियों की पहचान सौरभ पटियाल उर्फ फांदी और कुलदीप उर्फ शिशु के रूप में हुई है। मामले में अब तक एसआईटी ने कुल सात गिरफ्तारियां की हैं।
अभी दो शूटर पहुंच से बाहर हैं। एसआईटी के अनुसार बाकि आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। डीआईजी सौम्या सांबशिवन की अध्यक्षता में एसआईटी मामले की जांच कर रही है। सोमवार को मामले में हरियाणा के रोहतक से शूटर अजय को गिरफ्तार किया था। एसआईटी ने जगह-जगह दबिश देने के बाद अजय को पकड़ा और देर रात उसे बिलासपुर लेकर आई। बता दें, होली के दिन सदर के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर उनकी पत्नी के सरकारी आवास में हमला हुआ था। हमले में बंबर ठाकुर समेत तीन लोग घायल हुए थे। राज्य सरकार ने एडीजी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है। इससे पहले पुलिस शूटरों को ले जाने वाली बोलेरो गाड़ी के चालक रितेश, बंबर की रैकी कराने के आरोपी मंजीत नड्डा व रोहित राणा और नजफगढ़ से आरोपी सागर को गिरफ्तार कर चुकी है। चारों न्यायिक हिरासत में हैं।
त्रिलोक जम्वाल पर बरसे बंबर ठाकुर
पूर्व विधायक बंबर ठाकुर को आईजीएमसी शिमला से छुट्टी मिल गई है। बंबर ठाकुर आईजीएमसी में उपचाराधीन थे। इसके बाद बंबर ठाकुर विधानसभा पहुंचे और पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने भाजपा विधायक त्रिलोक जम्वाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वे इतने तिलमिलाए क्यों हैं। हमने व्यक्तिगत तौर पर कुछ नहीं कहा। मैने सिर्फ चिट्टा तस्करों का समर्थन देना बंद करने के लिए कहा। 2022 के चुनाव के दौरान छोटे बेटे पर हमला किया। हमले करने वालों में मुख्य शूटर शामिल था। फिर एक साल बाद रेलवे दफ्तर के पास मेरे ऊपर हमला हुआ। विधानसभा चुनाव जीतने के बाद त्रिलोक जम्वाल इन शूटरों (फांदी व कुलदीप) के कंधे पर जश्न मनाते नजर आए। इन्हें हरियाणा से कौन लाया।
जम्वाल ने कहा ये अब दो ग्रुप हैं और आपस में लड़ रहे
भाजपा विधायक त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि कहा कि ये गैंगवार है। इन लोगों का पहले एक ही ग्रुप था, लेकिन फिर इनके बीच लड़ाई हुई और ये अब दो ग्रुप हैं और आपस में लड़ रहे हैं। अब ये हर काम में फिरौती मांग रहे हैं। त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि बंबर ठाकुर ने सरेआम शहर में गोली चलवाई थी ये मास्टरमाइंड थे और इनका बेटा ढाई महीने जेल के अंदर रहा। बंबर ठाकुर ने सुपारी कल्चर पहली बार शुरू किया। पैसे देकर लोगों को मरवाना ये पूर्व विधायक ने शुरू किया।
भाजपा विधायक त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि बंबर ठाकुर के बेटे को पुलिस ने भगाया और कुछ अफसर भी मिले हुए थे। पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के ऊपर 30 केस हैं और 3 से चार तो अटेम्प्ट टू मर्डर के केस हैं। इनके बेटे के चिट्टा माफिया से संबंध हैं।