डेमोक्रेटिक मुलाजिम फेडरेशन गढ़शंकर ने फूंकी बजट की प्रतियां
गढ़शंकर :
पंजाब-यूटी मुलाजिम तथा पैंशर्न संयुक्त फ्रंट के आह्वान पर डेमोक्रेटिक मुलाजिम फेडरेशन गढ़शंकर द्वारा पैंशर्न नेता बलवीर खानपुरी सेवानिवृत बी.पी.ई.ओ. की अगुवाई में पंजाब सरकार के पेश किए गए बजट की प्रतियां फूंक कर रोष प्रदर्शन किया गया। मुलाजिम नेता मुकेश कुमार व सुखदेव डानसीवाल ने कहा कि इस बजट में आप सरकार ने पिछली सरकारों के पदचिन्हों पर चलते हुए कार्पोरेट घरानों को खुश करने के अलावा विभिन्न वर्गों को मात्र भ्रमित करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एवं शिक्षा समेत अन्य विभागों में कार्पोरेट नीति के तहत सरकारी प्रोजैक्टों को लागू करने की नीति अपनाई गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 13 हजार गांवों व हजारों शहरी मोहल्लों में 117 मोहल्ला क्लीनिक खोलने की स्कीम सिर्फ सरकारी पैसे की बर्बादी है। इसलिए सरकार पहले से चल रहे स्वास्थ्य संस्थाओं को विकसित करने की तरफ ध्यान दे। इसी तरह 19 हजार से अधिक स्कूलों वाले प्रदेश में प्री-प्राइमरी से 12वीं कक्षा तक के 100 स्कूल आफ एमीनेंस खोलने जैसे फेल तजुर्बे बादल सरकार के समय भी आदर्श माडल स्कूल स्कीम के तहत पहले से किए जा चुके हैं। यह नई शिक्षा नीति 2020 पूर्णतया लोग एवं मुलाजिम विरोधी है।
डी.टी.एफ नेता सतपाल कलेर, हंसराज गढ़शंकर, विनय कुमार व मनजीत बंगा ने कहा कि बजट स्पीच में 36 हजार अस्थाई चछा ठेका मुलाजिमों को पक्का करने का किया गया ऐलान हवाई पुलिंदा है क्योंकि इस संबंधी अभी तक कोई कानून नहीं बनाया गया। इस किस्म का ऐलान पिछले समय के दौरान चन्नी सरकार द्वारा भी किया गया था। इसी प्रकार बजट स्पीच में 6वें वेतन आयोग की सभी त्रुटियों को दूर करने, पैंशनर्स को मुलाजिमों के बराबर गुणांक देने, नई पैंशन प्रणाली रद्द करके पुरानी पैंशन प्रणाली लागू करने, मान भत्ता एवं न्यूनतम पारिश्रमिक प्रणाली लागू करना, मुलाजिमों के रोके गए 37 प्रकार के भत्ते पुन: बहाल करने तथा बकाया रहता 6 प्रतिशत डी.ए. देने के बारे में कोई जिक्र ही नहीं किया गया। डेमोक्रेटिक मुलाजिम फेडरेशन नेता गुरमेल सिंह, संजीव कुमार व जरनैल सिंह ने कहा कि कुल मिला कर यह बजट दिखावा मात्र से कम नहीं है तथा लोगों एवं खास करके पंजाब के समूह मुलाजिमों को इस बजट ने निराश किया है।