चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स को बड़ी कामयाबी मिली है। उन्होंने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के मोस्ट वांटेड आतंकी चरनजीत पटियालवी को गिरफ्तार कर लिया। वह पिछले 12 साल से फरार था। पुलिस से बचने के लिए वह नाम बदलकर छिप रहा था। यह आंतकी बंगाल के एक गुरुद्वारे में ग्रंथी बनकर रह रहा था। आतंकी के 2007 में लुधियाना के शिंगार सिनेमा बम ब्लास्ट मामले में शामिल होने का भी पुलिस ने दावा किया है। एजीटीएफ की टीम ने उसे डेराबस्सी से गिरफ्तार कर लिया।ए जीटीएफ के डीआईजी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पटियाला के गांव बूटा सिंह वाला का निवासी चरनजीत पटियालवी कोर्ट ने भगौड़ा करार था। उसके खिलाफ 23 जुलाई 2010 को एक्सप्लोसिव एक्ट और अनलॉफुल एक्टिविटी एक्ट के तहत माछीवाड़ा में केस दर्ज हुआ था। उसके दूसरे साथी गुरमेल सिंह को डेटोनेटर और आरडीएक्स के साथ पकड़ा गया था।उन्होंने बताया कि पटियालवी को डेराबस्सी के गांव लाली में गुरुद्वारा साहिब के पास से गिरफ्तार किया। वह इस वक्त वेस्ट बंगाल के खड़गपुर स्थित गुरुद्वारा साहिब में खुद को ग्रंथी बताकर रह रहा था। वह बातचीत के लिए मोबाइल या अन्य कोई कम्यूनिकेशन डिवाइस का इस्तेमाल नहीं कर रहा था। उसके कब्जे से पुलिस को वेस्ट बंगाल के अलग-अलग ID कार्ड मिले हैं।डी आईजी भुल्लर ने बताया कि चरनजीत पटियालवी बब्बर खालसा इंटरनेशनल में 2010 के आतंकी मॉड्यूल का एक्टिव मेंबर था। इसी मॉड्यूल के जरिए 2007 में लुधियाना के शिंगार सिनेमा में बम ब्लास्ट किया गया था। दूसरा ब्लास्ट काली माता मंदिर पटियाला और अंबाला में किया गया था। पटियालवी के बाकी साथी 2010 में ही पकड़ लिए गए थे।
बब्बर खालसा इंटरनेशनल का मोस्ट वांटेड आतंकी चरनजीत पटियालवी गिरफ्तार
Apr 24, 2022