पंजाब बाढ़ में डूब रहा है भगवंत मान तमिलनाडु में मौज मस्ती में व्यस्त
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा : पूर्व कैबिनेट मंत्री वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा हैं कि अपने आप को किसानों की सबसे बड़ा हतैषी कह कर विधान सभा चुनावों में किसानों की वोटें धोखे से बटोर कर सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी आज कल किसानों के प्रति पूरी तरह बेपरवाह नजर आ रही हैं। दो साल पहले जब पंजाब के कुछ हिस्सों में बाढ़ आई थी तब भगवंत मान अपने मंत्रियों समेत बाढ़ वाले क्षेत्रों का दौरा करके अपनी हाजरी बड़ा-चढ़ा कर मीडिया पर दिखा रहे थे। उस समय बाढ़ ग्रस्त किसानों को सांत्वना देने के लिए यहां तक घोषणा कर दी थी कि पीड़ित किसानों को उनकी फसलों का मुआबजा, दौबारा पैड़ी लगाने व कदू करने का खर्चा तथा बकरी से मुर्गी तक के नुकसान का मुआवजा उन की सरकार देगी। उन की यह घोषणा समय बीतने पर चुटकला साबित हुई तथा किसानों को सरकार नुकसान के बदले कुछ नहीं दे पाई। इसके बाद किसानों के आंदोलनों को भी मान सरकार ने सख्ती से कुचलने की कोशिश की तथा उन्हें पंजाब विरोधी कहा किसानों को वायदा करने के बाद भी सभी 23 फसलों पर एम.एस.पी नहीं दी गई, जब कि हरियाणा में भाजपा की सरकार सब्जियों समेत सभी फसलों पर एम.एस.पी दे रही हैं। इन सभी बातों से मान सरकार का किसान विरोधी चेहरा स्पष्ट नजर आता हैं। अब भारी बारिश के कारण मौजूदा हालात में सरकार की अनदेखी से जगह-जगह नदियों, नहरों व रजवाहों के बांध टूट कर हजारों एकड़ फसल डूब गई हैं व सैंकड़ों घर डूब गए हैं। एक तरफ पूरा पंजाब बाढ़ के नुकसान से चिंतित हैं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री भगवंत मान इस आपदा की स्थिती में पंजाब को पीठ दिखा कर अपने आका केजरीवाल तथा परिवार के साथ तमिलनाडू में मौज मस्ती कर रहे हैं। पंजाब डूब रहा हैं मान साहिब तमिलनाडू में गुलशरे उड़ा रहे हैं। अभी तक पंजाब सरकार तथा मुख्यमंत्री ने जो छोटी से छोटी बात पर भी बयानबाजी दागने से पीछे नहीं हटते थे चुपी साद रखी हैं। पीड़ित किसानों के लिए अभी तक ना कोई राहत पहुंचाई हैं तथा ना ही कोई मुआबजा राशि घोषित की हैं। पीड़ित किसानों के प्रति मान सरकार की अनदेखी का व्यवहार गहरी चिंता का विषय हैं। मान सरकार की बाढ़ पीड़ितों की तरफ बेरुखी का खमियाजा उसे आने वाले समय में भुगतना पड़ेगा।