बीनेवाल- बीत ईलाके में बिजली के अघोषित लंबे लंबे कट लगने बंद नहीं हुए तो लोगो को साथ पावरकाम के खिलाफ होगा धरना प्रर्दशन: बोपराय गढ़शंकर। बीत ईलाके में रोजाना दस बारह घंटे लगने वाले अघोषित कटों के कारण बीत ईलाके में पीने के पानी का संकट गहरा चुका है तो गर्मी ने लोगो का जीना मुहाल कर दिया है। यह शब्द आल इंडिया जाट महासभा के पंजाब इंचार्ज जर्नल सैक्रेटरी व वायस आफ दा पीयुप्ल के कन्वीनर अजायब सिंह बोपाराय ने कहे। उन्होंने कहा कि बीत ईलाके की स्थिति पूरे पंजाब से अलग है और इसी के चलते लंबे समय तक बीत ईलाके को चौबीस घंटे बिजली सप्लाई आ रही थी। लेकिन गत दिनों से बिजली के बारह से ज्यादा घंटे तक विभिन्न बिजली के अघोषितों कटों के कारण के चलते बीत में पीने के पानी के लिए त्राहि त्राहि मच गई है। बीत ईलाके में पीने के पानी के लिए ईलाके की जनता बाटर सप्लाई योजनाओं पर ही निर्भर करती है और हर बाटर सप्लाई से गावों को पीने के पानी देने का समय तय किया है। जिस समय में बिजली का कट लग जाता है। उस समय में फिर संबंधित गांव को पीने का पानी नहीं मिलता। अव तो हालात यह हो चुके है कि बिजली आती कब है। यह पता लगाना पड़ता है। जिसके चलते पीने के पानी की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंधी पावरकाम के गढ़शंकर के कार्याकारी इंजीनियर से मोवाईल पर बात की तो उन्हें बीत ईलाके की समस्या की जानकारी दी और कहा कि बिजली के अघोषित कट बंद किए जाए ताकि पीने के पानी लोगो को मिल सके। क्योंकि बीत ईलाके में ना तो धान की फसल की बुआई होती है और ना ही कोई उद्योग है। बीत में बाटर सप्लाई सकीमों को चलाने व घरेलूी कामों के लिए उपयोग की जाती है। लिहाजा बीत ईलाके में बिजली के कट लगाने का कोई अर्थ नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले भी बीत ईलाके के लोगो ने बिजली के लंबे लंबे अघोषित कट लगने पर संघर्ष कर 24 घंटे बिजली स्पलाई करवाई थी। अगर पावरकाम ने बिजली के अघोषित लंबे लंबे कट लगाने बंद नहीं किए तो बीत की समाज सेवी संगठनों व लोगो को साथ लेकर पावरकाम के खिलाफ धरना प्रर्दशन किया जाएगा।