डिप्टी कमिश्नर की अध्यक्षता में हुई पोषण माह, मिशन इंद्रधनुष व बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ प्रोग्रामों संबंधी जिला टास्क फोर्स की बैठक
मिशन इंद्रधनुष से संबंधित पैंफलेट किया जारी
होशियारपुर, 04 सितंबर:
डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल की अध्यक्षता में आज पोषण माह, मिशन इंद्रधनुष व बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ प्रोग्रामों संबंधी जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई। बैठक को संबोधित करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि पूरे जिले में सितंबर माह में पोषण अभियान संबंधी गतिविधियां की जा रही है। उन्होंने कहा कि पोषण अभियान का मुख्य उद्देश्य 6 वर्ष तक के बच्चों में बौनेपन, कु पोषण को खत्म करना, जन्म के समय कम भार वाले बच्चों की संख्या में कमी लाना, छह महीने से 3 साल तक के बच्चों में खून की कमी कम करना व 11 से 18 वर्ष की लड़कियों व मां बनने वाली महिलाओं में पाई जाने वाली खून की कमी को दूर करना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान को चलाने का मकसद अलग -अलग विभागों के तालमेल के साथ सयुंक्त सेवाएं प्रदान कर कुपोषण को जड़ से खत्म करना है। इसी तरह बच्चों को कुपोषण मुक्त करने बच्चों, किशोरियों व गर्भवती महिलाओं में खून की कमी को दूर करना भी पोषण अभियान का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि पोषण माह संबंधी महिला व बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य, शिक्षा विभाग के अलावा विभिन्न विभागों के सहयोग से जिले में विभिन्न प्रोग्राम करवाए जाएंगे। इस दौरान डिप्टी कमिश्नर ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ प्रोग्राम के अंतर्गत सभी विभागों से लड़कियों को बेहतर भविष्य व उनको आत्म निर्भर बनाने के लिए सुझाव भी मांगे। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ प्रोग्राम के अंतर्गत लड़कियों के विकास के लिए विभिन्न प्रोग्राम किए जाएंगे।
पोषण माह संबंधी स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जाने वाली कार्रवाई संबंधी जानकारी देते हुए जिला टीकाकरण अधिकारी डा. सीमा गर्ग ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों, किशोरों, गर्भवती माताओं व दूध पिलाने वाली माताओं के स्वास्थ्य व तंदुरुस्ती को लेकर बहुत से प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं, जिनमें माताओं व बच्चों का संपूर्ण टीकाकरण, ब्रेस्ट फीडिंग, निमोनिया के लिए सांस प्रोग्राम, किशोरों का आर.बी.एस.के की ओर से निरीक्षण, अनीमिया मुक्ति के लिए विफ्स प्रोग्राम के अंतर्गत हर सप्ताह आयरन की गोली खिलाने, डी वार्मिंग गोलियां, गर्भवतियों के लिए पी.एम.एस.एम.ए प्रोग्राम में हर तरह का नि:शुल्क टैस्ट स्कैन डिलिवरी व पोस्ट नेटल केयर शामिल है। उन्होंने बताया कि दूध पिलाने वाली माताओं को व बच्चों को मां प्रोग्राम के अंतर्गत आयरन सप्लीमेंट दिए जाते हैं। लड़कियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए जिले के कुल 298 स्कूलों में से 254 स्कूलों में किशोर अवस्था वाली लड़कियों का एच.बी चैकअप किया गया। इनमें से 226(2 प्रतिशत) लड़कियां स्वीयर अनीमिक पाई गई, जिनको विभाग की ओर से आयरन सप्लीमेंट्स दिए जा रहे हैं।
डा. सीमा गर्ग ने 5.0 मिशन इंद्रधनुष संबंधी कहा कि यह प्रोग्राम तीन चरणों में चलेगा, जिसके अंतर्गत अक्टूबर व नवंबर माह में लैफ्ट आउट व ड्राप आउट बच्चों सहित जीरो से पांच वर्ष के सभी बच्चों व गर्भवतियों की टीकाकरण किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने व उपस्थित अधिकारियों की ओर से मिशन इंद्रधनुष से संबंधित पैंफलेट भी जारी किया गया। इस मौके पर आई.ए.एस दिव्या.पी, जिला विकास फैलो जोया सिद्दिकी, जिला प्रोग्राम अधिकारी हरदीप कौर, जिला टीकाकरण अधिकारी डा. सीमा गर्ग, जिला विकास व पंचायत अधिकारी भूपिंदर सिंह मुल्तानी, जिला बाल सुरक्षा अधिकारी डा. हरप्रीत कौर, सहायक डायरेक्टर युवक सेवाएं विभाग प्रीत कोहली, जिला रोजगार अधिकारी गुरमेल सिंह, उप जिला शिक्षा अधिकारी(से) धीरज वशिष्ट, डी.पी.एम मोहम्मद आसिफ, डिप्टी मास मीडिया अधिकारी तृप्ता देवी, सी.डी.पी.ओ मंजू बाला, दया रानी, परमजीत कौर, राज कुमारी, जसविंदर कौर, मनप्रीत के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ प्रोग्राम के अंतर्गत लड़कियों के सर्वागीण विकास के लिए किए जाएंगे अलग-अलग कार्यक्रम :कुपोषण को जड़ से खत्म करना ही पोषण माह का मुख्य उद्देश्य: कोमल मित्तल
Sep 04, 2023