चंडीगढ़ में ब्रिटिश उप उच्चायोग ने ब्रिटिश सम्राट चार्ल्स तृतीय के जन्मदिन को लेकर पार्टी की मेजबानी की। किंग का जुड़ाव में चंडीगढ़ और पंजाब का विशेष रहा है। 2006 में उन्होंने चंडीगढ़, पटियाला, आनंदपुर साहिब और फतेहगढ़ साहिब का दौरा किया। 2010 में वे दोबारा पटियाला आए और शहरी पर्यावरणीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए चंडीगढ़ में पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (पीईडीए) का दौरा किया। इसके बाद वह फतेहगढ़ साहिब जिले के हंसाली गांव में जैविक खेती पर चर्चा के लिए गए।
2013 में उन्होंने भारतीय सैन्य अकादमी, दून स्कूल और देहरादून में वन अनुसंधान संस्थान का भी दौरा किया। किंग के जन्मदिन समारोह में राज्य सरकारों, राजनीति, कला, शिक्षा, व्यवसाय, मीडिया और खेल जगत के प्रतिनिधियों का विविध समूह शामिल हुआ। यह कार्यक्रम यूके और भारत के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को दर्शाने वाले ‘लिविंग ब्रिज’ का भी जश्न मनाता है, जो निरंतर मजबूत होता जा रहा है।
उप उच्चायुक्त कैरोलिन रोवेट ने कहा: “चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्र से आए मित्रों के साथ महामहिम का जन्मदिन मनाना हमारे लिए गर्व की बात है भारत और इसकी संस्कृति के प्रति महामहिम का गहरा प्रेम सर्वविदित है, और पर्यावरणीय स्थिरता और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के उनके प्रयास यहां गहराई से प्रतिबिंबित होते हैं। हमें आशा है कि आने वाले वर्षों में यूके और भारत के बीच ‘लिविंग ब्रिज’ और भी मजबूत होगा।” ब्रिटिश उप उच्चायोग, चंडीगढ़, यूके और भारत के बीच मजबूत सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है।