चंडीगढ़ :पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) का भाजपा में विलय इस माह जुलाई में संभव है। विदेश में रीढ़ की हड्डी की सर्जरी करवाने गए कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के देश लौटते ही इस आश्रय पर घोषणा होगी। कैप्टन खेमा 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पंजाब की 13 सीटों पर फोकस कर रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कांग्रेस छोडऩे का बाद पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी का गठन किया और इस पार्टी के बैनर तले उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा। लेकिन इन चुनावों में उन्हें कामयाबी नहीं मिली।
‘हमें तो अपनों ने लूटा..!
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को कांग्रेस पार्टी ने गत वर्ष सितम्बर महीने में अचानक सीएम की कुर्सी से उतार दिया गया था। जिसमें नवजोत सिंह सिद्धू व चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा अहम भूमिका निभाई गई। कैप्टन ने अपना अपमान समझते हुए कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया। कैप्टन अमरिंदर सिंह के कांग्रेस छोडऩे के बाद बड़ी तादाद में कांग्रेसियों के उनके साथ आने की उम्मीद थी। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। कैप्टन की पार्टी के विलस के साथ उनकी सांसद पत्नी परनीत कौर की भी भाजपा में एंट्री होने संबंधी अटकलें जारी हैं।
कांग्रेसी दिग्गजों ने भाजपा में एंट्री मारी
कांग्रेस एमएलए रहे फतेहजंग बाजवा और राणा गुरमीत सोढ़ी चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए। चुनाव के बाद दिग्गज सुनील जाखड़ भी भाजपा में चले गए। इसके बाद पूर्व कांग्रेसी मंत्री गुरप्रीत कांगड़, शाम सुंदर अरोड़ा, राजकुमार वेरका और बलबीर सिद्धू ने भी भाजपा जॉइन कर ली। ऐसे में पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) का भाजपा में विलय होना पंजाब की राजनीति में भूचाल ला सकता है।