चंडीगढ़ । पंजाब में रणजीत सिंह गिल के बीजेपी में शामिल होने के कुछ ही घंटे बाद विजिलेंस ब्यूरो ने शनिवार सुबह चंडीगढ़ में उनके घर और खरड़ से उनके कॉर्पोरेट दफ्तर पर छापा मार दिया।
रणजीत सिंह गिल शिरोमणि अकाली दल में थे और उन्होंने शुक्रवार रात को ही पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था। बीजेपी ने गिल के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो के द्वारा की गई इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है और कहा है कि पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है।
पंजाब में बीजेपी के अलावा कांग्रेस भी भगवंत मान सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाती है।
सीएम सैनी ने कराया था बीजेपी में शामिल : रणजीत सिंह गिल को शुक्रवार रात को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चंडीगढ़ स्थित अपने आधिकारिक आवास पर बीजेपी में शामिल कराया था। गिल रीयल एस्टेट के बड़े कारोबारी हैं और उन्हें अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल का बेहद करीबी माना जाता था।
आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार और विजिलेंस ब्यूरो के सूत्रों ने कहा है कि यह छापेमारी अकाली दल के सीनियर नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ दर्ज मामलों से जुड़ी जांच का हिस्सा है। मजीठिया को कुछ दिनों पहले आय से अधिक संपत्ति मामले में गिरफ्तार किया गया था और वह इन दिनों जेल में हैं।
चुनाव हार गए थे गिल
रणजीत सिंह गिल ने अकाली दल के टिकट पर 2017 और 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। गिल ने अकाली दल में पदाधिकारियों की नियुक्ति को लेकर नाराजगी जताई थी और पार्टी का साथ छोड़ दिया था।
माना जा रहा है कि बीजेपी उन्हें 2027 के विधानसभा चुनाव में खरड़ विधानसभा सीट से उम्मीदवार बना सकती है।