चंडीगढ़ : लोकसभा चुनाव नतीजों पर भारतीय जनता पार्टी ने मंथन के लिए काेर कमेटी की मीटिंग बुलाई है। उक्त मीटिंग में लोकसभा चुनाव लड़े सभी उम्मीदवार, भाजपा नेता, जिला प्रधान हाजिर रहेंगे। इस समीक्षा मीटिंग को अहम माना जा रहा है। क्योंकि जालंधर वेस्ट में होने वाले विधानसभा उप चुनाव को लेकर भी रणनीति बनाई जाएगी ।जानकारी मुताबिक मीटिंग भाजपा प्रधान सुनील जाखड़, भाजपा प्रभारी विजय रूपाणी, सह प्रभारी नरिंदर सिंह रैना, श्रीनिवासुलू महामंत्री संगठन की अध्यक्षता में होगी।
पंजाब में 2022 विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में भी भाजपा अकेले चुनावी मैदान में उतरी थी और इस बार लोक सभा चुनाव बाद भाजपा ने सभी 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार थे। लेकिन भाजपा को एक सीट पर भी जीत नहीं मिली। इसके बावजूद पार्टी वोट प्रतिशत के मामले मे राज्य में तीसरे नंबर पर आ गई है। पार्टी का वोट शेयर अब नौ फीसदी से बढ़कर करीब 19 फीसदी हो गया है। जबकि अब शिरोमणि अकाली दल चौथे नंबर पर पहुंच गया है। हालांकि पहले नंबर अब कांग्रेस व दूसरे पर आम आदमी पार्टी आ गई है।
शिरोमणि अकाली दल भाजपा गंठबंधन में लड़ते तो जीत जाते 5 सीटें : लोकसभा चुनाव में भाजपा और शिरोमणि अकाली दल मिलकर चुनाव लड़ते तो दोनों दलों के खाते में पांच सीटें आ सकती थी। क्योंकि इन सीटों पर दोनों दलों के उम्मीदवारों को मिले वोटों की संख्या चुनाव जीतने वाले उम्मीदवार से काफी अधिक है। इन सीटों में गुरदासपुर, लुधियाना, पटियाला, अमृतसर और फिरोजपुर शामिल हैं। जबकि भाजपा के पांच उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है। इनमें खडूर साहिब से मनजीत सिंह, बठिंडा परमपाल कौर, फरीदकोट हंसराज हंस , संगरूर अरविंद खन्ना और फतेहगढ़ साहिब से गेज्जा राम शामिल हैं।