गढ़शंकर। एसएमओ डा. रघुवीर सिंह ने बताया कि हैल्थ वैलनैस सैंटरों में शुगर, हाईपरटैंशन व मोटापे जेसे अलग-अलग गैर संचारी बीमारियों के लिए लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। यह स्क्रीनिंग कैंपों का विशेष ध्यान सामने न आई बीमारियों संबंधी पता लगाना व एनसीडीज संबंधी जागरूकता पैदा करना है। वे गांव पोसी स्थित प्राइमरी हेल्थ सैंटर में सोमवार को आयोजित विश्व शुगर दिवस के उपलक्ष्य में ब्लाक स्तरीय जागरूकता सैमीनार के दौरान कहा। इस दौरान उन्होंने बताया कि ब्लाक के अन्य सब सैंटरों में भी जागरूकता सेमिनार करवाए गए। उन्होंने आगे कहा कि हर वर्ष 14 नवंबर को विश्व शुगर दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का महत्व ऐसी बीमारियों संबंधी जागरूकता पैदा करना है, उनके साथ रोजाना लाखों लोग जूझ रहे हैं। उन्होंने बताया कि विश्व सेहत संस्था (डबल्यूएचओ) के आंकड़े अनुसार 422 मिलियन व्यक्ति शुगर की बीमारी से जूझ रहे हैं। यह अनुमान है कि 2030 तक 3.5 फीसदी दर से शुगर की बीमारी से मौत का 6वां कारण होगा। उन्होंने यह भी कहा कि विश्व में शुगर के सब से अधिक मामले भारत में पाए गए हैं तथा भारत में 70 मिलियन से अधिक लोग शुगर से जूझ रहे हैं, जो देश की कुल आबादी का 8.7 फीसदी है। उन्होंने कहा कि भार को नियमित रखना, नियमित तौर पर कसरत करना, अच्छी नींद लेना, रोटी, पास्ता, जंक व प्रोसेस्ड भोजन में रिफाइंड का इस्तेमाल न करना व इसके साथ ही आहार में ताजे फलों, सब्जियों, दालों, नटस को शामिल करना, शुगर कंट्रोल करने के कुछ प्रभावशाली तरीके हैं।
भारत की 8.7 फीसदी आबादी शूगर से पीड़ित- डा. रघूवीर
Nov 15, 2022