अमृतसर । वारिस पंजाब दे के मुखी व खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह को उनके आवास पर मंगलवार की सुबह नजरबंद कर दिया गया। देखते ही देखते भारी पुलिस फोर्स उनके गांव जल्लूपुर खेड़ा में पहुंच गई और उनके आवास को चारों तरफ से घेर लिया गया।
तरसेम सिंह ने कुछ दिन पहले आवाज बुलंद की थी कि वह नई पार्टी बनाएंगे। मिली जानकारी के मुताबिक अमृतपाल सिंह के साथ विचार विमर्श करने के बाद तरसेम सिंह को माघी मेले के दौरान नई पार्टी बनाकर उसके पदाधिकारियों की घोषणा करनी थी। कौमी इंसाफ मोर्चा में तरसेम सिंह ने अपने समर्थकों के साथ मेले में पहुंचना था। गांव के लोगों ने बताया कि सोमवार की देर रात गांव में पुलिस एकत्र होनी शुरू हो गई थी। मंगलवार को देखा तो गांव को चारों तरफ से पुलिस ने घेर रखा था। खासकर अमृतपाल सिंह के घर के बाहर सौ से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात थे। फिलहाल पुलिस अधिकारी इस पर खुल कर नहीं बोल रहे।
अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने मंगलवार की दोपहर 8-10 गाड़ियों में 40 -50 लोगों का काफिला लेकर मोहाली में कौमी हिसाब मोर्चा में शिरकत करने पहुंचना था, लेकिन पुलिस ने मंगलवार की तड़के ही सारे गांव को चारों तरफ से घेर लिया। तरसेम सिंह के किसी भी समर्थन को घर से बाहर नहीं निकलने दिया गया। पता चला है कि शाम के बाद ही पुलिस इस गांव से अपना पहरा हटाएगी।
वाईपीएस चौक पर बंदी सिखों की रिहाई के लिए बैठे प्रदर्शनकारियों को आज पूरे 2 साल हो गए हैं। 7 जनवरी 2023 को वाआईपीएस चौक पर प्रदर्शनकारियों ने पक्का धरना लगाया था। आज 2 साल पूरे होने पर प्रदर्शनकारी वाईपीएस चौक पर धरना दे रहे हैं। एक दिन पहले प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन को धरना देने की सूचना दी थी जिसके बाद पुलिस प्रशासन की ओर से यहां पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। बैरिकेट्स लगाकर रूट को डायवर्ट किया गया है। प्रदर्शनकारी इस जिद्द पर अड़े हैं कि जब तक जब तक बंदी सिखों की रिहाई नहीं होती तब तक वह वाईपीएस चौक से अपना धरना खत्म नहीं करेंगे।