ठियोग : ठियोग उपमंडल के मतियाना क्षेत्र के शड़ी के मलेच गांव में भीषण अग्निकांड से शनिवार सुबह एक तीन मंजिला मकान जल कर राख हो गया। सात कमरों का यह मकान महेंद्र सिंह पुत्र नारायण सिंह का था, इस आगजनी में लाखों की संपत्ति के नष्ट होने की संभावना जताई जा रही है। गनीमत यह रही कि इसमें किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है। लकड़ी के मकान में शार्ट सर्किट को आग लगने का कारण बताया जा रहा है। लकड़ी के मकान में धुआं देखकर स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे।
फायर ब्रिगेड को दी गई जानकारी : ग्रामीणों ने इसी बीच अग्निशमन विभाग को भी फोन पर सूचित किया। ग्रामीणों ने पावर स्प्रेयर की मदद से आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन लकड़ी का मकान होने के कारण मिनटों में ही आग ने मकान को चारों तरफ से घेर लिया।
प्रभावित परिवार के आंखों के सामने उम्र भर की कमाई चंद मिनटों में स्वाह हो गई। वे लोग बेबस आंखों से अपने आशियाने को जलते हुए देखते रह गए और कुछ भी न पाए, इस समय वे घर से कुछ भी सामान नहीं बचा पाए।
राख के ढेर में तबदील हुआ सामान : सूचना मिलने पर ठियोग से अग्निशमन विभाग के कर्मचारी मौके के लिए रवाना हुए, लेकिन सड़क संकरी होने के कारण विभाग का फायर टेंडर घटना स्थल तक नहीं पहुंच पाया। दल के कर्मचारी पैदल चलकर घटनास्थल तक पहुंचे, तब तक ग्रामीण बागीचों में प्रयोग होने वाले स्प्रेयर की मदद से आग को बुझाने के प्रयासों में जुटे हुए थे। लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थी कि लकड़ी से बने मकान को अपनी चपेट ले लिया और पूरी तरह से राख के ढेर में तबदील हो गया। स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिवार को फौरी राहत के रूप में 10 हजार रुपये नगद, बर्तन, कंबल और तिरपाल की सहायता प्रदान की है।