होशियारपुर / दलजीत अजनोहा : पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा हैं कि आम आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचार हटाने के जितने भी वायदे किये थे सभी ठुस्स साबित हुए हैं। सरकार में निचले स्तर से ऊपर तक भ्रष्टाचार का बोलबाला हैं तथा कोई भी काम पैसे के बिना नहीं होता , बदलाव सिर्फ इतना हैं कि अब भ्रष्टाचार के रेट भी असमान छूने लगे हैं। श्री सूद ने कहा कि लुधियाने में अब उपचुनाव सामने देखते हुए आम आदमी पार्टी ने जालंधर के विधायक रमन अरोड़ा पर विजलेंस की एफ.आई.आर दर्ज करके तथा उसे गिरफ्तार करके हाई वोल्टेज ड्रामा किया है , इससे पहले का भी अगर आम आदमी पार्टी का पिछला रिकॉर्ड खोला जाए तो स्पष्ट होता हैं कि जब-जब भी कोई चुनाव आये हैं तो अपनी लाज बचाने के लिए आम आदमी पार्टी ऐसे ड्रामे रचती रही हैं मुख्यमंत्री भगवंत मान की अपनी निजी शिकायत कर उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला के खिलाफ भी विजिलेंस का केस दर्ज किया, परन्तु वह केस ठंडे बस्ते में हैं तथा विजय सिंगला आम आदमी पार्टी के नेता के तौर पर काम कर रहा हैं। इसी तरह विधायक अमोल रतन व अन्य तीन -चार अन्य मंत्रियों विधायकों पर ऐसी ही फर्जी कारवाई की जा चुकी हैं। श्री सूद ने कहा हैं कि सरकार की अपनी रिपोर्ट के अनुसार जालंधर का विधायक लम्बें समय से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। इस का मतलब हैं कि विधायक ने जब पार्टी विरोधी स्वर उठाए तो पहले उसकी सुरक्षा वापिस ली , इतने पर भी तसल्लि नहीं हुई तो उस पर विजलेंस का पर्चा दर्ज कर दिया। विधायक का जुर्म कोई एक दो हफ्ते पुराना नहीं था इस का मतलब हैं कि पहले उसका जुर्म स्वीकार्य था जो कि उसके बागी स्वरों के बाद आप नेताओं को आँखो में खड़कने लगा। श्री सूद ने कहा अगर सरकार को उसके भ्रष्टाचार का पहले पता नहीं चला तो इससे भी पता चलता हैं कि सरकार भ्रष्टाचार को रोकने में कितनी गंभीर हैं कि जिसे अपने विधायकों के भ्रष्टाचार का पता नहीं चलता हैं। उन्हों ने कहा कि जालंधर के विधायक को गिरफ्तार करने पर सबसे बड़ा सबाल यह हैं कि इस केस को किसी अंतिम परिणाम तक लया जाएगा तथा क्या यह भी खोजा जाएगा कि विधायक पैसे किसके लिए इकठे करता था।