होशियारपुर:
पंजाब में मक्की की फसल पर देखे गए फाल आर्मीफरम कीड़े के मद्देनजर मुख्य कृषि अधिकारी डा. विनय कुमार ने बताया कि इस कीड़े के शुरुआती हमले की रोकथाम आसानी से की जा सकती है।
डा. विनय कुमार ने बताया कि फाल आर्मीफरम कीड़ा बहुत तेजी से फैलता है व इसकी मादा पतंगा 1000 से अधिक अंडे देती है। उन्होंने बताया कि फाल आर्मीफरम कीड़े का मक्की की फसल पर हमला देखा जा रहा है, जिसको लेकर किसान खेतों का अच्छी तरह सर्वेक्षण करते रहें व हमला दिखाई देते ही उचित रोकथाम के लिए प्रयास करें। उन्होंने बताया कि शुरुआत में छोटी सुंडियां पत्ते की परत को खाती हैं, जिस कारण पत्तों पर लंबे आकार के कागजी निशान बनते हैं। उन्होंने बताया कि कीड़े के हमले का पता लगने पर रोकथाम के लिए 0.5 मिलीलीटर डैलीगेच 11.7 एस.सी(स्पाइनट्रोम या 0.4 ग्राम मिजाइल 5 एस.जी (एमामैकटिन बैंजोएट) प्रति लीटर पानी में घोलकर छिडक़ाव किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि 20 दिनों तक की फसल के लिए 120 लीटर घोल व इससे बड़ी फसल व अतिरिक्त अनुसार घोल की मात्रा 200 लीटर प्रति एकड़ तक फसल बढ़ाई जाए। उन्होंने बताया कि यदि हमला धौडिय़ा में हो या छिडक़ाल में मुश्किल आए तो मिट्टी व कीटनाशक के मिश्रण(आधा ग्राम का) छिडक़ाव किया जाए।
मक्की की फसल पर फाल आर्मीफरम कीड़े से बचाव के लिए किया जाए छिडक़ाव: डा. विनय कुमार
Jul 13, 2021