चंबा के साथ ज़िला कांगड़ा भी मास्टर प्लान का बनेगा हिस्सा , अनछुए पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर इको टूरिज्म बोर्ड बनाने की तलाशी जा रही हैं संभावनाएं
एएम नाथ। चंबा : हिमाचल प्रदेश विधानसभा में उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि उत्तर भारत की सबसे प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा के स्वरूप को और बढ़ाने के लिए एक विस्तृत मास्टर प्लान तैयार करने को लेकर मामला मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा। वह आज विश्राम गृह छतराड़ी में लोगों की समस्याओं के समाधान को लेकर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
केवल सिंह पठानिया ने कहा कि मणिमहेश यात्रा उत्तरी भारत की सबसे प्रसिद्ध यात्राओं में से एक मानी जाती है। यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या की दृष्टिगत और अधिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष रखकर एक विस्तृत मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। ज़िला चंबा के साथ कांगड़ा ज़िला को भी मास्टर प्लान का हिस्सा बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि चूंकि इस वर्ष मणिमहेश यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ संख्या रही है। ऐसे में श्रद्धालुओं को सभी सुविधाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित बनाया जाना आवश्यक है।
उप मुख्य सचेतक ने कहा कि साहसिक,धार्मिक एवं ईको पर्यटन के लिहाज से ज़िला कांगड़ा-चंबा के साथ लगते कई ऐसे अनछुए पर्यटन स्थल हैं जो विश्व पर्यटन मानचित्र पर अपनी जगह बना सकते हैं। ऐसे अनछुए पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिहाज से राज्य सरकार द्वारा इको टूरिज्म बोर्ड बनाने की भी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
इस दौरान केवल सिंह पठानिया ने विभिन्न विभागीय कार्यों की समीक्षा करने के पश्चात अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
स्थानीय लोगों की मांग पर संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्माणाधीन विद्युत परियोजना की भूमि की निशानदेही करने के निर्देश देते हुए उन्होंने लोगों की लंबित भुगतान को भी जल्द उपलब्ध करवाने को कहा।
इस अवसर पर एसड़ीएम चंबा प्रियांशु खाती, सदस्य निदेशक मंडल राज्य पथ परिवहन निगम सुरजीत भरमौरी, राज्य कांग्रेस कमेटी में सचिव दिलदार अली बट्ट, उपनिदेशक कृषि कुलदीप धीमान, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा ज्ञानचंद, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण मीत शर्मा, जलशक्ति हमिंदर चौणा साहित क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।