मंडी : हिमाचल प्रदेश के मर्यादाओं को पार करते हुए जुबानी हमलों का अखाड़ा बन चुके मंडी लोकसभा क्षेत्र में मतदान का दिन जैसे जैसे निकट आ रहा है वैसे वैसे कंगना रनौत और विक्रमादित्य सिंह में एक दूसरे पर जुबानी हमलों की धार और तेज हो गई हैं। दोनों एक दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं। बुधवार को मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने कंगना पर पलटवार करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में शहजादे नहीं होते और ना ही वह कोई शहजादे हैं। वे एक हिंदू और राजपूत हैं. यह बात उन्होंने मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पूछे गए सवाल के जबाव में कही। उधर एक जनसभा में कंगना रनौत ने विक्रमादित्य पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि मंडी की लड़कियों के भाव पूछे जा रहे हैं। यदि पहाड़ी लड़की का किसी चंपू को पहाड़ी चपेड़ पड़ जाए तो सब्जियों के भाव पूछना भी भूल जाएंगे।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आज पूर्व रियासतों के राज परिवारों के सबसे ज्यादा लोग भाजपा का हिस्सा हैं। हिमाचल प्रदेश में कुल्लू के महाराजा महेश्वर सिंह, पटियाला के महाराजा, मैसूर के महाराजा, जयपुर की महारानी और ग्वालियर के महाराजा भाजपा में हैं. कंगना बीना किसी औचित्य के बातें कर रही है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आज मंडी में खोली गई सरदार पटेल यूनिवर्सिटी सिर्फ एक विचारधारा विशेष का अड्डा बनकर रह गई है। यहां पर विचारधारा विशेष के लोगों की ओर से राजनीति की जा रही है। पूर्व की जयराम सरकार ने सिर्फ एक छोटे से कमरे में यूनिवर्सिटी खोल दी, जबकि यूनिवर्सिटी ऐसे नहीं चलती है। भाजपा ने इस यूनिवर्सिटी का राजनीतिक तौर पर इस्तेमाल करने की पूरी कोशिश की, लेकिन इसके बेहतरीन आधारभूत ढांचे की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। हमारा यह प्रयास है कि सभी के सहयोग से इस यूनिवर्सिटी का बेहतरीन ढंग से संचालन किया जाए।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि यदि वे सांसद चुने जाते हैं तो उसके बाद मंडी संसदीय क्षेत्र की सड़कों पर एक भी बेसहारा पशु दिखाई नहीं देगा । वे सरकार, प्रशासन और अन्य स्वयं सेवी संगठनों के साथ मिलकर बेसहारा पशुओं के लिए अधिक से अधिक गौसदनों का प्रावधान करवाएंगे, ताकि इन बेसहारा पशुओं को भी उचित ठीकाना मिल सके और लोगों को इनके भय से निजात मिल सके। विक्रमादित्य सिंह ने इस कार्य को सभी के सहयोग से किया जाएगा और एक हिंदू होने के नाते यह हमारा फर्ज बनता है कि पशुधन की उचित देखभाल की जाए और उन्हें इस तरफ सड़कों पर बेसहारा न छोड़ा जाए।
कंगना ने क्या कहा : मंगलवार को भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत ने आज सराज विधानसभा क्षेत्र के थाची में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए विक्रमादित्य सिंह उनकी माता प्रतिभा सिंह और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर जमकर जुबानी हमले बोले थे। कंगना ने कहा कि वो एक गरीब परिवार से निकलकर आज इस मुकाम पर पहुंची हैं। उन्होंने कभी गरीबी महंगे स्कूलों में सिगरेट और ड्रग्स पीकर किताबों में नहीं पढ़ी है। प्रदेश में चोरों की सरकार चल रही है और विक्रमादित्य सिंह महाचोर है और जमानत पर बाहर है. मैंने अपनी योग्यता के आधार पर चार राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए हैं। यदि विक्रमादित्य सिंह में दम है तो वह अपने माता-पिता के नाम का सहारा लेना छोड़े और अपने दम पर चुनाव लड़े तो उसकी जमानत भी जब्त हो जाएगी। दोनों मां-बेटा सत्ता के भूखे हैं और विक्रमादित्य सिंह मर्यादाओं के भूलकर जयराम ठाकुर के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहा है। यदि आज वीरभद्र सिंह जीवित होते तो इस अभद्रता के लिए उन्हें थप्पड़ मारते और माफी मांगने को कहते। मुझपर बार-बार गलत टिप्पणियां की जा रही हैं और कहा जा रहा है कि जिस मंदिर में गई हूं वहां पर सफाई करनी पड़ेगी।
कंगना ने कहा कि मंडी की लड़कियों के भाव पूछे जा रहे हैं। यदि पहाड़ी लड़की का किसी चंपू को पहाड़ी चपेड़ पड़ जाए तो सब्जियों के भाव पूछना भी भूल जाएंगे। इस मौके पर कंगना ने सीएम सुक्खू पर भी तीखा जुबानी हमला बोला और कहा कि जब भी किसी का चरित्र पता करना हो तो उसे पावर दे देनी चाहिए। ऐसी ही पावर मिलने के बाद सुक्खू भी आज घमंड में चकनाचूर है और उनका बेशर्म और भद्दा चरित्र उभरकर सामने आ गया है। वह अपने विधायकों को मेंढ़क और काला नाग कह रहे हैं।